बलिाय: जनपद के गढ़वा रोड स्थित ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ पैरामेडिकल एलाइड हेल्थ साइंस संस्थान में छात्रों से फीस के नाम पर अवैध वसूली करने का मामला सामने आया है. संस्था में पढ़ने वाले छात्रों ने प्रबंधक पर गंभीर आरोप लगाए है.
छात्रों के अनुसार, उनके शैक्षिक प्रमाण पत्र वापस करने के बदले सादे स्टांप पेपर पर जबरन अंगूठा लगवा लिया गए. इसके बाद छात्रों ने इस पूरे मामले को लेकर सीएमओ से शिकायत कर न्याय दिलाने की मांग की है.
जनपद में उच्च शिक्षण संस्थान की समुचित व्यवस्था ना होने के कारण छात्र-छात्राएं जिले से बाहर जाकर शिक्षा ग्रहण करते रहे हैं लेकिन बदलते समय के बीच धीरे-धीरे जिले में भी डिस्टेंस एजुकेशन के नाम पर कई संस्थाएं खोलकर छात्रों को शिक्षा देने का दावा किया जा रहा है.
छात्रों ने लगाएगंभीर आरोप
शहर के गढ़वार रोड स्थित ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ पैरामेडिकल एलाइड हेल्थ साइंस नाम की एक संस्था जो छात्रों को असिस्टेंट डॉक्टर बनाने का दावा कर रही है, उसी संस्थान के छात्रों ने प्रबंधक पर जबरन फीस वसूली का आरोप लगाया. इतना ही नहीं छात्रों ने कहा कि एडमिशन के समय हमारे समस्त शैक्षणिक अंक पत्रों की मूल प्रति उन्होंने जमा करा ली और जब हम इसे अब वापस मांग रहे हैं तो उसके बदले सादे स्टांप पेपर पर हमसे अंगूठे लगवाए जा रहे हैं. छात्र नीरज वर्मा ने कहा कि पहले हमसे 25 हजार रुपये की मांग हुई थी जो हमने दे दी और अब फिर 60 हजार रुपये मांगे जा रहे हैं.
प्रबंधक ने छात्रों के आरोप को नकारा
इस पूरे मामले को लेकर संस्थान के प्रबन्धक आफताब का कहना है कि कुछ बच्चों को पढ़ाई समझ मे नहीं आ रही है. उन बच्चों के अनुसार पढ़ाई उनके हिसाब से नहीं हो रही है जबकि शेष सभी बच्चों को वही पढ़ाई आसानी से समझ आ रही है. बच्चे क्या समझ रहे हैं, क्या कर रहे हैं, यह नहीं पता. उनका सर्टिफिकेट का एक मामला था जिसे सुलझा लिया गया है. सभी को उनके सर्टिफिकेट वापस कर दिए गए.
सीएमओ ने दिए जांच के आदेश
डॉक्टर बनाने के नाम पर छात्रों के भविष्य के साथ हो रहे खिलवाड़ को लेकर मुख्य चिकित्सा अधिकारी पीके मिश्रा ने कहा कि मेरे संज्ञान में मामला अभी आया हैजिसको लेकर एक समिति का गठन कर उसकी जांच कराई जाएगी और अग्रिम कार्रवाई के लिए उच्च अधिकारियों के समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा