बलिया: गोशालाओं में बछड़ों की मौत का सिलसिला लगातार जारी है. सोमवार को बलिया के मनियर आदर्श नगर पंचायत में संचालित आश्रय गौरा बगही में एक बछड़े ने दम तोड़ दिया. मृत बछड़े का पोस्टमार्टम कराने के बाद उसे दफना दिया गया है. फिलहाल डॉक्टरों की टीम लगातार बछड़ों का परीक्षण करने में जुटी हुई है.
बछड़ों की मौत का सिलसिला जारी-
- सीएम के ड्रीम प्रोजेक्ट में शामिल पशु आश्रय योजना के तहत आवारा पशुओं के लिए गोशाला बनाया गया है.
- गोशालाओं की देख रेख की व्यवस्था करने की जिम्मेदारी जिला प्रशासन को दी गई है.
- बलिया में कई स्थानों पर कान्हा पशु आश्रय स्थल संचालित हो रहे हैं.
- आदर्श नगर पंचायत मनियर में गौरा बगही आश्रय में पिछले कुछ दिनों में कई बछड़ों की मौत ने प्रशासन की नींद उड़ा दी है.
पहले भी हो चुकी है बछड़ों की मौत-
उमस भरी गर्मी के दौरान सबसे पहले 23 जून को तीन बछड़ों की मौत हुई थी. 27 जून को भी एक बछड़े की मौत हुई. वहीं 2 जुलाई को एक बछड़े ने दम तोड़ दिया. इसके बाद 8 जुलाई को भी एक बछड़े की मौत हुई है. प्रथम दृष्टया भूख की वजह से इनकी मौत बताया जा रहा था, लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सभी बछड़ों की मौत भूख की वजह से नहीं होना बताया गया है.
सभी केस जहां पर बछड़ों की मौत हुई है, उनका पोस्टमार्टम कराया गया है. पोस्टमार्टम में पाया गया कि सभी बछड़ों की पेट की थैली में अन डाइजेस्ट भूसा है, जो इस बात का प्रमाण है कि इनकी मौत भूख से नहीं हुई है.
-भवानी सिंह खंगारोत, जिलाधिकारी