बलियाः जिले का गढ़मलपुर स्वास्थ्य समुदाय आज भी मूलभूत सुविधाओं से वंचित है. ग्रामीणों का आरोप है कि यहां पर कहने को तो दस्तावेजों में 6 चिकित्सकों की नियुक्ति की गयी है. लेकिन मौके पर यहां अभिमन्यु नाम का एक स्वीपर रहता है. इस संबंध में सीएमएस बलिया बीबी सिंह से जब पूछा गया, तो उन्होंने जानकारी न होने की बात कह दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की बात कही है.
दिखावे के लिए नियुक्त किये गये चिकित्सक
स्थानीय निवासी ईश्वर चंद्र तिवारी ने आरोप लगाया है कि यहां पर सिर्फ दिखावे के लिए डॉक्टर नियुक्त किये गये हैं. लेकिन वास्तविकता में यहां पर कोई नहीं रहता है. जिसकी वजह से यहां के लोगों को न समुचित इलाज मिल पाता है, और न ही दवा. उनका कहना है कि यहां सिर्फ अभिमन्यु नाम का एक स्वीपर है. जो लोगों का मलहम पट्टी और इलाज करते हैं. अस्पताल में सुविधाओं के नाम पर लैब में पट्टी काटने के लिए खराब ब्लेड रखा गया है.
वहीं अनुराग तिवारी नाम के एक स्थानीय ने कहा कि अस्पताल बने करीब 30 साल हो गये हैं. लेकिन यहां पर कभी भी कोई चिकित्सक नहीं मिलता है, और न ही किसी को दवा मिलती है. जब लोग बीमार पड़ते हैं. तो इलाज के लिए बलिया निजी संसाधनों से ले जाना पड़ता है. अस्पताल की बदहाली का आलम ये है कि यहां न तो बिजली है और न ही पानी.
चंद्रभान सिंह ने आरोप लगाते हुए बताया कि कहने को तो यहां पर अस्पताल है, जो 12 गांवों का इलाज करता है. लेकिन वास्तव में ये अस्पताल सिर्फ दस्तावेज में चलता है. इस संबंध में पूछे जाने पर सीएमएस बलिया बीबी सिंह ने ये बताया कि जानकारी मिली है, जांचकर दोषियों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जायेगी.