बलिया: जनपद के शिक्षा क्षेत्र सोहांव का प्राथमिक विद्यालय बैरिया में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है. स्कूल के अध्यापक ने स्कूल के बच्चों पर एमडीएम के बर्तन चोरी करने का आरोप लगाया और बच्चों को मध्याह्न भोजन के लिए बर्तन उपलब्ध कराना बंद कर दिया. इसके बाद बच्चे घर से मिड-डे मील का खाना खाने के लिए बर्तन लाते हैं. वहीं मामला उच्च अधिकारियों के संज्ञान में आते ही प्रभारी बीएसए ने जांच में मामले को सही पाया.
बलिया में पिछले दिनों प्राथमिक स्कूल के बच्चों के साथ मिड-डे मील के भोजन को लेकर भेद-भाव करने के कई मामले सामने आए हैं. इन मामलों की जांच अभी चल ही रही थी कि अचानक शुक्रवार को सोहांव शिक्षा क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय बैरिया में भी एक मामला सामने आया.
एक अध्यापक पर पूरे स्कूल की जिम्मेदारी
स्कूल में करीब 70 बच्चे पंजीकृत हैं और अध्यापक मात्र एक है. अध्यापक संतोष कुमार के कंधों पर ही स्कूल संचालन की पूरी जिम्मेदारी है. संतोष कुमार के अनुसार स्टाफ की कमी के कारण वह बच्चों को बर्तन नहीं देते हैं. उनका आरोप है कि बच्चे मिड डे मील के भोजन करने के बाद बर्तन चुरा कर घर ले चले जाते हैं. इस कारण उन्होंने बर्तन देना बंद कर दिया. बच्चों को अब बर्तन घर से ही लाना होता है.
स्टाफ की कमी के चलते नहीं देते बच्चों को बर्तन
अध्यापक संतोष कुमार ने बताया कि स्कूल में 70 गिलास और थाली है, लेकिन स्टाफ की कमी के कारण इनकी निगरानी करना संभव नहीं है. बच्चे अक्सर बर्तन और कॉपी-किताब चुरा लेते हैं. इसलिए स्कूल में मध्याह्न भोजन के लिए गिलास और थाली नहीं दिया जाता. जैसे ही स्टाफ की पूर्ति हो जाएगी, बच्चों को बर्तन दे दिया जाएगा.
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इस मामले को मीडिया द्वारा उच्च अधिकारियों के संज्ञान में लाया गया. आनन-फानन में प्रभारी बीएसए सुबाश गुप्ता ने इलाके के खंड शिक्षा अधिकारी को मामले की जांच सौंपी. जांच में मीडिया द्वारा बताई गई बातें सही पाई गईं. इस पर प्रभारी बीएसए ने अध्यापक के खिलाफ कार्रवाई करने की बात कही है.