बलिया: जिले में ऐतिहासिक ददरी मेले की रौनक इस बार कुछ फीकी पड़ सकती है. इस बार भीषण बाढ़ के पानी के कारण मेला क्षेत्र में पानी भरा होने से नगर पालिका प्रशासन चिंतित है. 28 अक्टूबर से 3 दिसंबर तक चलने वाले मेले की तैयारियों को लेकर नगर पालिका प्रशासन ड्रोन कैमरे की मदद से बाढ़ के क्षेत्रों का आकलन करने में जुटा है.
ददरी मेले की तैयारियां शुरू
शहर में सालों से चली आ रही ददरी मेले को लेकर प्रशासन ने तैयारियां शुरू कर दी हैं. यहां दीपावली के बाद से ही नंदीग्राम की शुरुआत होती है. करीब 1 महीने तक पशु मेले का आयोजन होता है, जहां देश ही नहीं, बल्कि नेपाल से भी पशु व्यापारी आते हैं. पशु व्यापारी बकरी, गाय, घोड़ा और खच्चर की खरीद और बिक्री करते हैं
मेले में कई कार्यक्रम होते हैं आयोजित
मेला प्रशासन द्वारा कव्वाली, कवि सम्मेलन, मुशायरा, संत समागम और चेतक दौड़ जैसे कई कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं. कार्यक्रम में भाग लेने के लिए प्रदेश के अलग-अलग शहरों से लोग आते हैं. बलिया नगर पालिका परिषद के अध्यक्ष अजय कुमार ने बताया कि इस बार बाढ़ की वजह से मेला क्षेत्र में पानी भरा हुआ है. कई हिस्से में पानी जमा है, इसकी जानकारी करने के लिए ड्रोन कैमरे की मदद ली जा रही है. इसके बाद पानी को निकालने और मैदान को समतल कर मेले का शुभारंभ किया जाएगा.