बहराइच: मंजिले उन्हें मिलती है जिनके सपनों में जान होती है, पंखों से कुछ नहीं होता हौसलों से उड़ान होती है. इन पंक्तियों को चरितार्थ कर शिक्षक से खंड शिक्षा अधिकारी बने संतोष सिंह पर सटीक बैठती है. विकासखंड बलहा के अंतर्गत ग्राम पंचायत गायघाट के रानीपुर प्राथमिक विद्यालय में तैनात शिक्षक संतोष कुमार सिंह ने लोक सेवा आयोग की परीक्षा पास की है. उनका चयन खंड शिक्षा अधिकारी के पद पर किया गया है.
मूलता सुल्तानपुर जनपद के ब्लॉक दुबेपुर ग्राम पंचायत बहरौली निवासी श्रीमती शांति सिंह पत्नी राजबहादुर सिंह के घर में 20 फरवरी 1980 को किसान परिवार में जन्मे संतोष कुमार सिंह का शिक्षा के क्षेत्र में शुरुआती दौर से बहुत ही लगाव था. पिता खेती किसानी करते थे, लेकिन अपने बेटे को अफसर बनाने के लिए दिन रात मेहनत करते हुए उनकी पढ़ाई पर विशेष ध्यान देते थे. माता-पिता अपनी परवाह न करते हुए बच्चे की पढ़ाई पर अपनी आय को समर्पित करते रहे, 18 नवंबर 2015 को संतोष सिंह को बेसिक शिक्षा परिषद में अध्यापक के रूप में चयन हुआ.
संतोष सिंह के चयन होते ही परिवार में खुशी का माहौल छा गया. उनकी तैनाती जनपद बहराइच के अति पिछड़े क्षेत्र विकासखंड बलहा के ग्राम पंचायत गायघाट के मजरा रानीपुर प्राथमिक विद्यालय में हुई. उन्होंने तन-मन से बच्चों को पढ़ाया.
शिक्षक से खंड शिक्षा अधिकारी बने संतोष सिंह ने बताया कि पिताजी और माताजी के विशेष योगदान से मुझे सफलता मिली है. पिताजी मुझे हमेशा बड़ा अफसर बनने के सपने देखते थे. लेकिन दुर्भाग्यवश 2017 में उनका निधन हो गया, पत्नी अंजू ठाकुर भी कदम से कदम मिलाकर निरंतर सहयोग कर रही हैं.
भविष्य के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि हमारी पीसीएस की तैयारी चल रही है. उसका रिजल्ट भी आप सबके सामने होगा. उन्होंने कहा जनपद बहराइच की मिट्टी को मैं प्रणाम करता हूं, क्योंकि इस मिट्टी ने हमें बहुत कुछ सिखाया मेरा बहराइच से हमेशा लगाव रहेगा.