बहराइच: जिले में शहीद-ए-आजम भगत सिंह की जयंती पर समाजवादी छात्र सभा ने श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया. इस अवसर पर वक्ताओं ने शहीद-ए-आजम सरदार भगत सिंह के विचारों को आत्मसात करने की अपील की. कार्यक्रम का आयोजन शहीद उद्यान में किया गया. कार्यक्रम में कई संगठनों के पदाधिकारी और कार्यकर्ता मौजूद रहे.
सोमवार को भगत सिंह की जयंती श्रद्धापूर्वक मनाई गई. इस मौके पर समाजवादी छात्र सभा के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने शहीद उद्यान में शहीद-ए-आजम के चित्र पर माल्यार्पण कर उनके व्यक्तित्व और कृतित्व पर चर्चा की. संगठन के निवर्तमान अध्यक्ष नंदेश्वर नंद यादव ने कहा कि सरदार भगत सिंह ने अपने जीवन काल में अनेक अविस्मरणीय कार्य किए. वह देश को धर्म से ऊपर मानते थे. यही कारण रहा कि जब देश को आवश्यकता हुई तो उन्होंने अपने बाल कटवा दिए.
नंदेश्वर ने कहा कि आज जब देश को फांसीवादी ताकतों से मुक्त कराना है, तो युवाओं को सरदार भगत सिंह के आदर्शों पर चलना होगा. उन्होंने कहा कि सरदार भगत सिंह यदि चाहते तो भौतिक सुख के साथ अपना जीवन व्यतीत कर सकते थे. उन्होंने देश को आजाद कराना अपनी प्राथमिकता समझी. इसके लिए उन्हें फांसी के फंदे तक झूलना पड़ा. नंदेश्वर ने कहा कि युवाओं को भी सरदार भगत सिंह के बताए रास्ते पर चलना होगा, जिससे देश को फांसीवादी ताकतों से छुटकारा मिल सके. इस मौके पर चितौरा के पूर्व ब्लाक प्रमुख महेंद्र स्वरूप पार्टी के युवा नेता मोनू वाल्मीकि, देवेश मिश्रा मंजू समेत अनेक पदाधिकारी और कार्यकर्ता उपस्थित रहे.