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बहराइच: 48 बाल श्रमिकों को पुलिस ने कराया मुक्त

उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले में पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर बाल श्रम के विरुद्ध चलाए गए अभियान में 48 बाल श्रमिकों को मुक्त कराया गया है. मुक्त कराए गए बाल श्रमिकों की आयु 6 से 18 वर्ष है. वहीं पुलिस अधीक्षक ने कहा कि बच्चों के जीवन से खिलवाड़ करने वालों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी.

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पुलिस अधीक्षक डॉ. विपिन कुमार मिश्रा
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Published : Sep 18, 2020, 10:34 PM IST

बहराइच: जिले में बाल श्रम के विरुद्ध चलाए जा रहे अभियान के तहत शुक्रवार को पुलिस, श्रम विभाग, चाइल्ड लाइन और जिला प्रोबेशन विभाग की टीमों ने विभिन्न स्थानों पर छापेमारी कर 48 बाल श्रमिकों को मुक्त कराया है.

बच्चों को कराया गया मुक्त.

अभियान चलाकर छेड़ी गई मुहिम
जिले में पुलिस अधीक्षक डॉ. विपिन कुमार मिश्रा के नेतृत्व में यह अभियान चलाया गया. इस अभियान को पुलिस, देहात संस्था, चाइल्ड लाइन, श्रम विभाग, जिला प्रोवेशन विभाग और जिला बाल संरक्षण इकाई के संयुक्त तत्वाधान में थाना जरवल रोड, थाना कैसरगंज, कोतवाली देहात, कोतवाली नगर और थाना दरगाह शरीफ क्षेत्र में सघन बाल श्रम उन्मूलन अभियान चलाकर अस्पताल चौराहा, डिगिहा, छावनी, रोडवेज, किसान डिग्री कॉलेज से टिकोरामोड तक और थाना जरवल रोड और कैसरगंज क्षेत्र में विभिन्न प्रतिष्ठानों पर छापेमारी कर बाल श्रमिकों को मुक्त कराया गया.

बच्चों की उम्र 6 से 18 साल
मुक्त कराए गए बाल श्रमिकों की आयु 6 से 18 वर्ष के बीच है. मुक्त कराए गए बाल श्रमिकों को कोविड-19 से बचाव के लिए तत्काल सैनिटाइज कराया गया और उन्हें मास्क उपलब्ध कराए गए.

48 बच्चे कराए गए मुक्त
पुलिस अधीक्षक डॉ. विपिन कुमार मिश्रा ने बताया कि बाल श्रम के विरुद्ध अभियान चलाया गया, जिसके लिए सात टीमों का गठन किया गया. प्रत्येक टीम ने 1-1 उपनिरीक्षक 5-5 कांस्टेबल, संबंधित सरकारी विभागों, चाइल्ड लाइन एवं शैक्षिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों को शामिल किया गया. उन्होंने बताया कि बाल श्रम के विरुद्ध छेड़े गए अभियान के क्रम में शुक्रवार को विभिन्न थाना क्षेत्रों से 48 बच्चों को मुक्त कराया गया हैं.

पुलिस अधीक्षक ने बताया कि मुक्त कराए गए बच्चों को चाइल्ड लाइन सुपुर्द कर दिया गया है. सीडब्ल्यूसी के माध्यम से उनके परिजनों को सुपुर्द किया जाएगा. उन्होंने बताया कि साथ ही इनके नियोजकों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई जाएगी.

सात टीमें की गईं थीं गठित
चाइल्ड लाइन एवं देहात संस्था के निदेशक डॉ. जितेंद्र चतुर्वेदी ने बताया कि बाल श्रम के विरुद्ध उत्तर प्रदेश सरकार ने बड़ा अभियान शुरू किया है. उन्होंने बताया कि पुलिस विभाग का यह बड़ा अभियान है. शुक्रवार को पांच थाना क्षेत्रों द्वारा बाल श्रम के विरुद्ध अभियान छेड़ा गया था. पुलिस विभाग के साथ-साथ विभिन्न विभागों की 7 टीमें गठित की गई थीं. इन टीमों के द्वारा शुक्रवार को विभिन्न प्रतिष्ठानों पर छापेमारी 48 बाल श्रमिकों को मुक्त कराया गया. उन्होंने बताया कि मुक्त कराए गए बाल श्रमिकों को रिलीज करने की कार्यवाही शुरू कर दी गई है.

बहराइच: जिले में बाल श्रम के विरुद्ध चलाए जा रहे अभियान के तहत शुक्रवार को पुलिस, श्रम विभाग, चाइल्ड लाइन और जिला प्रोबेशन विभाग की टीमों ने विभिन्न स्थानों पर छापेमारी कर 48 बाल श्रमिकों को मुक्त कराया है.

बच्चों को कराया गया मुक्त.

अभियान चलाकर छेड़ी गई मुहिम
जिले में पुलिस अधीक्षक डॉ. विपिन कुमार मिश्रा के नेतृत्व में यह अभियान चलाया गया. इस अभियान को पुलिस, देहात संस्था, चाइल्ड लाइन, श्रम विभाग, जिला प्रोवेशन विभाग और जिला बाल संरक्षण इकाई के संयुक्त तत्वाधान में थाना जरवल रोड, थाना कैसरगंज, कोतवाली देहात, कोतवाली नगर और थाना दरगाह शरीफ क्षेत्र में सघन बाल श्रम उन्मूलन अभियान चलाकर अस्पताल चौराहा, डिगिहा, छावनी, रोडवेज, किसान डिग्री कॉलेज से टिकोरामोड तक और थाना जरवल रोड और कैसरगंज क्षेत्र में विभिन्न प्रतिष्ठानों पर छापेमारी कर बाल श्रमिकों को मुक्त कराया गया.

बच्चों की उम्र 6 से 18 साल
मुक्त कराए गए बाल श्रमिकों की आयु 6 से 18 वर्ष के बीच है. मुक्त कराए गए बाल श्रमिकों को कोविड-19 से बचाव के लिए तत्काल सैनिटाइज कराया गया और उन्हें मास्क उपलब्ध कराए गए.

48 बच्चे कराए गए मुक्त
पुलिस अधीक्षक डॉ. विपिन कुमार मिश्रा ने बताया कि बाल श्रम के विरुद्ध अभियान चलाया गया, जिसके लिए सात टीमों का गठन किया गया. प्रत्येक टीम ने 1-1 उपनिरीक्षक 5-5 कांस्टेबल, संबंधित सरकारी विभागों, चाइल्ड लाइन एवं शैक्षिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों को शामिल किया गया. उन्होंने बताया कि बाल श्रम के विरुद्ध छेड़े गए अभियान के क्रम में शुक्रवार को विभिन्न थाना क्षेत्रों से 48 बच्चों को मुक्त कराया गया हैं.

पुलिस अधीक्षक ने बताया कि मुक्त कराए गए बच्चों को चाइल्ड लाइन सुपुर्द कर दिया गया है. सीडब्ल्यूसी के माध्यम से उनके परिजनों को सुपुर्द किया जाएगा. उन्होंने बताया कि साथ ही इनके नियोजकों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई जाएगी.

सात टीमें की गईं थीं गठित
चाइल्ड लाइन एवं देहात संस्था के निदेशक डॉ. जितेंद्र चतुर्वेदी ने बताया कि बाल श्रम के विरुद्ध उत्तर प्रदेश सरकार ने बड़ा अभियान शुरू किया है. उन्होंने बताया कि पुलिस विभाग का यह बड़ा अभियान है. शुक्रवार को पांच थाना क्षेत्रों द्वारा बाल श्रम के विरुद्ध अभियान छेड़ा गया था. पुलिस विभाग के साथ-साथ विभिन्न विभागों की 7 टीमें गठित की गई थीं. इन टीमों के द्वारा शुक्रवार को विभिन्न प्रतिष्ठानों पर छापेमारी 48 बाल श्रमिकों को मुक्त कराया गया. उन्होंने बताया कि मुक्त कराए गए बाल श्रमिकों को रिलीज करने की कार्यवाही शुरू कर दी गई है.

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