बहराइच : कतर्नियाघाट रेंज अंतर्गत मंझरा बीट के घाघरा बैराज गेट संख्या-34 पर खेत की रखवाली कर रहे किसानों ने एक नर बाघ को पानी में उतराते देखा. यह देख वहां ग्रामीणों की भीड़ जमा हो गयी. लोगों ने इसकी सूचना रेंज कार्यालय को दी. आनन-फानन वन क्षेत्राधिकारी रामकुमार समस्त स्टाफ व एसटीपीएफ जवानों के साथ घटनास्थल पर पहुंचे. बताया जाता है कि घाघरा बैराज के गेट संख्या 34,35 का गेट खुला हुआ था. इसी बीच बाघ गेरुआ नदी की तरफ से बहकर घाघरा नदी में आ गया.
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इस संबंध में संजय कुमार पाठक फील्ड डायरेक्टर दुधवा नेशनल पार्क ने बताया कि बहुत ही दुखद घटना है. नर बाघ के मौत के कारणों का अभी पता नहीं लग पा रहा है क्योंकि उसके शरीर पर किसी तरह का कोई घाव नहीं पाया गया है. दांत भी बिल्कुल ठीक दिख रहे हैं. यह भी हो सकता है कि वह नेपाल से बहकर आया हो. मौत किन कारणों से हुई यह पोस्टमार्टम के बाद ही पता चल पाएगा. मामले की जांच की जा रही है. आगे जैसा होगा, बताया जाएगा.