बहराइच: लद्दाख के गलवान घाटी में भारत-चीन सैनिकों के बीच हुई झड़प में भारतीय सेना के 20 जवान शहीद हो गए थे, जिसको लेकर देशभर में लोगों में अक्रोश है. इसी कड़ी में जिले में भी अधिवक्ता संघ समेत अलग-अलग संगठनों के सैकड़ों लोगों ने चीन का पुतला जलाकर विरोध दर्ज किया है. इसके साथ चीनी सामानों का बहिष्कार करने की अपील की है. उन्होंने कहा कि भारत सरकार को किसी भी कीमत पर अब चुप नहीं बैठना चाहिए. चाइना के इस शर्मनाक कृत्य का हर हाल में मुंहतोड़ जवाब देना चाहिए.
चीन के खिलाफ जमकर प्रदर्शन
भारत-चीन सीमा पर दोनों देशों के सैनिकों के बीच हुए खूनी संघर्ष के बाद पूरे देश में चीन का विरोध हो रहा है. लोग चाइनीज सामानों का बहिष्कार कर रहे हैं और चीन के राष्ट्रपति का पूतला फूंक रहे हैं. शनिवार को अधिवक्ता संघ समेत अलग-अलग संगठनों के सैकड़ों लोगों ने चीन के खिलाफ विरोध प्रकट किया है. प्रदर्शनकारियों ने चीन को मुंहतोड़ जवाब देने की मांग सरकार से की है. साथ ही इन्होंने चीनी सामान का पूर्ण रूप से बहिष्कार करने के लिए लोगों से अपील की है.
गलवान घाटी में चीन ने जो कायराना हरकत की है वह अति निंदनीय है. चीन की यह हरकत किसी भी कीमत पर बर्दाश्त करने लायक नहीं है. देश के प्रधानमंत्री को इसका मुंहतोड़ जवाब देना चाहिए, ताकि चीन दोबारा भारत की तरफ आंख उठाकर न देख सके.
-विमल वर्मा, अपना दल नेता
चीन के राष्ट्रपति के इशारे पर हमारे देश के वीर जवानों को मौत के घाट उतार दिया गया है. हम इसे कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे. भारत सरकार से अपील है कि वह भी चीन को मुंहतोड़ जवाब दे.
-शालिनी, छात्रा