बहराइच: जिले में गुरु पूर्णिमा का पर्व परंपरागत तरीके से मनाया गया. इस मौके पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की ओर से गुरु दक्षिणा कार्यक्रम का आयोजन किया गया. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यालय पर गुरु पूर्णिमा के अवसर पर परम पवित्र भगवा ध्वज का पूजन अर्चन किया गया. जिले की अति प्राचीन सिद्ध नाथ मंदिर में गुरु पूर्णिमा के अवसर पर पूजा-अर्चना की गई.
गुरु पूर्णिमा पर्व का सनातन धर्म में काफी महत्व माना जाता है. इस पर्व पर गुरु की पूजा की जाती है. गुरु शिष्य परंपरा के अनुसार, शिष्य गुरु की सेवा कर उनसे शिक्षा और दीक्षा प्राप्त करते हैं. शिक्षा-दीक्षा पूरी होने पर शिष्य गुरु को गुरु दक्षिणा देता है. इसके बावजूद जीवन भर वह गुरु को ईश्वर से ज्यादा सम्मान देता है. गुरु पूर्णिमा गुरु शिष्य परंपरा को मजबूत करने की व्यवस्था है.
कबीर दास जी ने भी गुरु की महत्ता को स्पष्ट करते हुए कहा था, 'गुरु गोविंद दोऊ खड़े काके लागू पाय, बलिहारी गुरु आपनो गोविंद दियो बताए' राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की ओर गुरु दक्षिणा कार्यक्रम का आयोजन परंपरागत तरीके से किया गया. इस मौके पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यालय में किसान पीजी कॉलेज में तथा सरस्वती विद्या मंदिर में गुरु दक्षिणा कार्यक्रम का आयोजन किया गया.
आयोजन से पूर्व आरएसएस का स्लोक 'नमस्ते सदा वत्सले मातृभूमे' का वाचन किया गया. इसके साथ ही वक्ताओं ने गुरु की महत्ता तथा उनकी महिमा का वर्णन किया. इसके बाद वहां उपस्थित लोगों ने एक दानपात्र में गुरु दक्षिणा के रूप में धनराशि अर्पित की. इसके साथ ही भारतीय जनता पार्टी के कार्यालय और गुलाबी मंदिर गुरु पूर्णिमा पर कार्यक्रम आयोजित किए गए. इस दौरान गोष्ठी के माध्यम से समाज में गुरु के महत्व पर चर्चा की गई.