बहराइच: कतर्नियाघाट वन्यजीव प्रभाग स्थित मुर्तिहा रेंज के सेमरी मलमला गोलहना गांव में वन विभाग की टीम ने आदमखोर तेंदुए को शनिवार को पिंजड़े में कैद कर लिया. इस तेंदुए ने 5 साल की मासूम बच्ची को अपना निवाला बनाया था, जिससे ग्रामीणों में आक्रोश था. नाराज ग्रामीणों ने वन विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों पर पथराव कर वाहनों को भी क्षतिग्रस्त किया था. इसमें आधा दर्जन वनकर्मी घायल भी हुए थे.
जंगल में मिला था बच्ची का शव
प्रभारी डीएफओ कतर्निया घाट यशवंत सिंह ने बताया कि मुर्तिहा कोतवाली के गोलहना में गुरुवार शाम घर के बाहर दादी की गोद में खेल रही मासूम प्रिया को तेंदुआ उठा ले गया था. तकरीबन 15 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद बच्ची का शव क्षत-विक्षत हालत में जंगल से बरामद किया गया था. बालिका को निवाला बनाने वाले तेंदुए को पकड़ने के लिए शुक्रवार को पिंजड़ा लगाकर निगरानी की जा रही थी.
पकड़ा गया तेंदुआ निकला मादा
तेंदुए को पकड़ने के लिए पिंजड़े में बकरी बांधी गई थी. शनिवार को तेंदुआ पिंजड़े में कैद हो गया. वन विभाग ने तेंदुए को अपने कब्जे में लेकर रेंज कार्यालय मुर्तिहा पहुंचा दिया. आदमखोर तेंदुए के पिंजड़े में कैद होने के बाद ग्रामीणों ने राहत की सांस ली. प्रभारी डीएफओ ने बताया कि पिंजड़े में कैद तेंदुआ मादा है, जिसकी उम्र चार से पांच वर्ष के आसपास है. पकड़े गए मादा तेंदुए का स्वास्थ्य परीक्षण के बाद उच्चाधिकारियों के निर्देश पर उसे कोर जोन के जंगल में छोड़ा जाएगा.