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बहराइच: सिपाही बना मसीहा, चलती ट्रेन में पहुंचाया बच्ची के लिए दूध

यूपी के बहराइच निवासी एक परिवार के लिए भोपाल स्टेशन पर एक सिपाही मसीहा बनकर आया. दरअसल कर्नाटक से आ रहे इस परिवार की एक मासूम बच्ची दूध के लिए बिलख रही थी. भोपाल पहुंचने पर इसकी जानकारी होने पर सिपाही ने न केवल दूध का इंतजाम किया, बल्कि चल चुकी ट्रेन में दौड़कर बच्ची की मां तक दूध पहुंचाया.

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Published : Jun 5, 2020, 7:18 PM IST

सिपाही इंदर यादव
सिपाही इंदर यादव

बहराइच: कोरोना संकट के समय में पूरे देश में पुलिसकर्मियों की छवि जनता के मन में बदली है. कोरोना महामारी में पुलिसकर्मियों ने अपनी जान की परवाह न करते हुए लोगों की मदद की. ऐसा ही कुछ भोपाल स्टेशन पर देखने को मिला. यहां एक सिपाही ने अपनी जान की परवाह न करते हुए दौड़कर रफ्तार पकड़ चुकी ट्रेन में एक बच्ची के लिए दूध उपल्ब्ध कराया. सिपाही की इस मदद के बाद बहराइच निवासी साफिया का पूरा परिवार इसके लिए सिपाही का धन्यवाद कर रहा है. सिपाही का नाम इंदर यादव है और वह भोपाल रेलवे पुलिस में तैनात है.

चलती ट्रेन में सिपाही ने की महिला की मदद.

चलती ट्रेन में सिपाही ने की महिला की मदद

दरअसल बहराइच निवासी साफिया कर्नाटक के संकेश्वर से लखनऊ के लिए श्रमिक ट्रेन से आ रही थी. वह जल्दबाजी में अपनी मासूम बच्ची के लिए दूध लेना भूल गई थी. कर्नाटक से ट्रेन चलने के बाद बीच में एकाध स्टेशन पर रुकी. यहां साफिया ने स्टेशन पर तैनात पुलिसकर्मियों से बच्ची के लिए दूध मांगा, लेकिन उसे दूध नहीं मिला. 1200 किलोमीटर से अधिक के सफर में बच्ची दूध के लिए रोती-बिलखती रही. आखिरकार ट्रेन जब भोपाल स्टेशन पर रुकी तो बच्ची को रोता देख एक बार फिर साफिया ने स्टेशन पर तैनात पुलिसकर्मियों से दूध के लिए कहा. इस दौरान इंदर यादव नाम के सिपाही ने स्टेशन के बाहर से दूध लिया. उसके दूध लेकर स्टेशन पर पहुंचने तक ट्रेन चल चुकी थी. इस पर उसने अपनी जान की परवाह न करते हुए दौड़ लगा दी और बच्ची तक दूध पहुंचाया.

बहराइच में पहुंचने पर साफिया अपनी बच्ची के सैयदा के साथ उसकी मानवता को बार-बार याद कर रही है. वह बार-बार कह रही थी कि इंदर यादव सिपाही नहीं मसीहा है. साफिया का पूरा परिवार इस सिपाही के कारनामे को सलाम कर रहा है.

बहराइच: कोरोना संकट के समय में पूरे देश में पुलिसकर्मियों की छवि जनता के मन में बदली है. कोरोना महामारी में पुलिसकर्मियों ने अपनी जान की परवाह न करते हुए लोगों की मदद की. ऐसा ही कुछ भोपाल स्टेशन पर देखने को मिला. यहां एक सिपाही ने अपनी जान की परवाह न करते हुए दौड़कर रफ्तार पकड़ चुकी ट्रेन में एक बच्ची के लिए दूध उपल्ब्ध कराया. सिपाही की इस मदद के बाद बहराइच निवासी साफिया का पूरा परिवार इसके लिए सिपाही का धन्यवाद कर रहा है. सिपाही का नाम इंदर यादव है और वह भोपाल रेलवे पुलिस में तैनात है.

चलती ट्रेन में सिपाही ने की महिला की मदद.

चलती ट्रेन में सिपाही ने की महिला की मदद

दरअसल बहराइच निवासी साफिया कर्नाटक के संकेश्वर से लखनऊ के लिए श्रमिक ट्रेन से आ रही थी. वह जल्दबाजी में अपनी मासूम बच्ची के लिए दूध लेना भूल गई थी. कर्नाटक से ट्रेन चलने के बाद बीच में एकाध स्टेशन पर रुकी. यहां साफिया ने स्टेशन पर तैनात पुलिसकर्मियों से बच्ची के लिए दूध मांगा, लेकिन उसे दूध नहीं मिला. 1200 किलोमीटर से अधिक के सफर में बच्ची दूध के लिए रोती-बिलखती रही. आखिरकार ट्रेन जब भोपाल स्टेशन पर रुकी तो बच्ची को रोता देख एक बार फिर साफिया ने स्टेशन पर तैनात पुलिसकर्मियों से दूध के लिए कहा. इस दौरान इंदर यादव नाम के सिपाही ने स्टेशन के बाहर से दूध लिया. उसके दूध लेकर स्टेशन पर पहुंचने तक ट्रेन चल चुकी थी. इस पर उसने अपनी जान की परवाह न करते हुए दौड़ लगा दी और बच्ची तक दूध पहुंचाया.

बहराइच में पहुंचने पर साफिया अपनी बच्ची के सैयदा के साथ उसकी मानवता को बार-बार याद कर रही है. वह बार-बार कह रही थी कि इंदर यादव सिपाही नहीं मसीहा है. साफिया का पूरा परिवार इस सिपाही के कारनामे को सलाम कर रहा है.

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