बहराइच: कांग्रेस ने देश के युवाओं के सामने उत्पन्न बेरोजगारी के मुद्दे को उठाने की पहल शुरू की है. कांग्रेस ने पढ़े-लिखे बेरोजगार युवाओं का लेखा-जोखा तैयार करने के लिए एनआरसी की तर्ज पर एनआरयू रजिस्टर तैयार करने की मांग की है.
युवा कांग्रेस नेता मनीष चौधरी ने जिला कांग्रेस कार्यालय पर संबोधित करते हुए कहा कि देश के युवाओं का लेखा-जोखा तैयार करने के लिए एनआरयू रजिस्टर होना चाहिए, जिससे यह पता चल सके कि देश में पढ़ लिखकर डिग्री हासिल कर कितने युवा बेरोजगार है. मनीष चौधरी ने कहा कि एक मोबाइल नंबर जारी किया गया है. इस नंबर पर बेरोजगार युवाओं से मिस कॉल कराया जा रहा है, जिससे यह पता चल सके कि कितने बेरोजगार युवा इस आंदोलन में बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं.
भटकाने का काम कर रही केंद्र सरकार
कांग्रेस नेता ने कहा कि केंद्र सरकार धार्मिक कट्टरवाद के माध्यम से बेरोजगारी जैसे संवेदनशील मुद्दों से लोगों का ध्यान भटकाने का काम कर रही है. कांग्रेस ऐसे युवाओं को एकत्रित कर केंद्र सरकार के इस मंसूबे को विफल कर उसका ध्यान बेरोजगारी की ओर दिलाना चाहती है. उन्होंने कहा कि एनआरयू (नेशनल रजिस्टर आफ अनइंप्लॉयमेंट) के माध्यम से देश के बेरोजगार नौजवानों की आवाज उठाने का प्रयास है.
इसे भी पढ़ें- अखिलेश और यशवंत सिन्हा ने बीजेपी पर साधा निशाना, कहा- देश की आर्थिक स्थिति चिंताजनक
देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रतिवर्ष दो करोड़ नौजवानों को नौकरी देने की बात कही थी, लेकिन आज लाखों युवा बेरोजगार हैं. कांग्रेस नेता ने कहा कि लगभग 13 हजार बेरोजगार युवाओं ने आत्महत्या कर ली है. चाहे आईटी सेक्टर हो या टेलीकॉम सेक्टर या ऑटोमोबाइल सेक्टर हो रोजगार देने के बजाय लगातार बेरोजगारी बढ़ रही है. साथ ही यूपीएससी में कोटा आधा कर दिया गया है, जबकि आबादी बढ़ी है.