बहराइच: वैश्विक महामारी के चलते चोरी-छिपे परदेस से लौट रहे लोगों का सिलसिला अभी भी जारी है. गैर प्रांतों से मजदूर अभी भी चोरी छिपे घर वापस लौटने का प्रयास कर रहे हैं, जबकि इस समय पूरे देश मे लॉक डाउन लागू है फिर भी लोग अपने साथ दूसरे लोगों के लिए मुसीबत लाने से बाज नहीं आ रहे.
चोरी छिपे मुंबई से बहराइच पहुंचे मजदूर
आठ और नौ फरवरी की रात्रि को जरवल रोड थाने की पुलिस ने वाहन चेकिंग के दौरान एक डीसीएम को जब पकड़ा तो उसके अन्दर पन्नी के नीचे छिपे 35 मजदूरों को लेटे पाया गया. जब गाड़ी के ड्राइवर अब्दुल रहीम से पूछताछ की गई तो उसने बताया कि ये सभी मुम्बई में मजदूरी करते हैं. इन्होंने रुपये इकठ्ठा कर गाड़ी बहराइच के लिए बुक की थी.
लॉकडाउन का उल्लंघन करने पर IPC के तहत मुकदमा दर्ज
एक अन्य गाड़ी को जिले के घाघरा घाट पर रोक गया तो चालक ने बताया कि वह झांसी से 30 मजदूरों को लेकर बहराइच जा रहा था. इन सभी 65 लोगों पर थाना जरवल रोड पर धारा 269, 270, 271,188 आईपीसी का मुकदमा पंजीकृत किया गया है. पकड़े गए लोगों को जरवल के बसहिया पाते के राजकीय बालिका इंटर कॉलेज में बनाए गए क्वारंटीन सेंटर में 14 दिन के लिए भेज दिया गया.
दूसरे राज्यों से आए 85 लोग क्वारंटाइन
इंस्पेक्टर बृजेन्द्र पटेल ने बताया कि अब तक इस क्वारंटीन सेंटर पर 85 लोगों को 14 दिन के लिए रखा गया है. यह सभी चोरी छुपे गैर प्रांतों से आकर बहराइच की सीमा में प्रवेश करना चाहते थे. यह लोग लॉकडाउन का उल्लंघन करने के साथ कोरोना वायरस फैलाने का प्रयास कर रहे थे, जिनके ऊपर मुकदमा लिखा जा चुका है. पुलिस अधीक्षक के निर्देश और शासन की मंशा के अनुरूप लॉकडाउन का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ अब और भी सख्ती बरती जाएगी.