बहराइच: जिले में टिड्डी दल के आक्रमण की संभावना को देखते हुए कृषि रक्षा अधिकारी ने कृषकों के लिए एडवाइजरी जारी की है. वैज्ञानिकों ने बताया कि पाकिस्तान से टिड्डी दल राजस्थान व मध्य प्रदेश होते हुए बुंदेलखंड क्षेत्र में प्रवेश कर चुका है. सरकार ने भी इसके लिए अलर्ट जारी किया है.
बचाव के लिए टीमों का गठन
जिला कृषि रक्षा अधिकारी आरडी वर्मा ने बताया कि टिड्डी दल के आक्रमण की संभावना को देखते हुए शासन ने समस्त जिलाधिकारी के पर्यवेक्षण व सीडीओ की अध्यक्षता में टीमें बनाई हैं. इन टीमों में उप कृषि निदेशक, जिला कृषि अधिकारी एवं जिला कृषि रक्षा अधिकारी को सदस्य नामित किया गया है. यह टीम टिड्डी दल के प्रकोप से सुरक्षा के लिए उपाय करेगी. साथ ही टिड्डियों के प्रकोप के रोकथाम के लिए समुचित कार्रवाई करेगी.
हरी वनस्पतियों को करते हैं नुकसान
आरडी वर्मा ने बताया कि टिड्डी दल में करोड़ों की संख्या में लगभग 2 से ढाई इंच लंबे किट होते हैं. यह कीट शाम 6 बजे से 8 बजे तक क्षेत्र में आकर जमीन पर बैठ जाते हैं और रात में फसलों को खा जाते हैं. टिड्डी दल सभी प्रकार के हरे पत्तों पर आक्रमण करते हैं और इस तरह टिड्डी दल का प्रकोप एक महामारी का रूप ले लेता है.
शोर से आक्रमण की संभावनाएं कम
किसानों को सलाह दी गई कि टिड्डी दल के प्रकोप की स्थिति में तत्काल विकासखंड में तैनात प्राविधिक सहायक ग्रुप सी/ ग्रुप बी से संपर्क करें. टिड्डी दल के प्रकोप की दशा में ढोल, टीन के डिब्बों आदि को जोर-जोर से बजाते हुए शोर मचाएं. शोर से टिड्डी दल आसपास के खेतों में आक्रमण नहीं कर पाएंगे. बसंत का मौसम और बलुई मिट्टी में टिड्डी के प्रजनन एवं अंडे देने की सर्वाधिक संभावनाएं होती हैं, इसीलिए ऐसी मिट्टी वाले क्षेत्रों में जुताई करवा कर पानी भर दें.
दवाओं का करें छिड़काव
टिड्डी दल के न्यून/मध्यम प्रकोप की दशा में किसान क्लोरपाइरीफास 20% ईसी का तीव्र छिड़काव करें. इसके अतिरिक्त क्लोरपाइरीफास 50% या क्वीनालफास 25% या मैलाथियान 50 प्रति ईसी 2 मिलीलीटर की मात्रा को 1 लीटर पानी के साथ प्रयोग करें.
कंट्रोल रूम से मिलेगी जानकारी
टिड्डी दल के प्रकोप की दशा में अविलंब जिला कृषि रक्षा अधिकारी के मोबाइल नंबर (9839206867) पर संपर्क कर कीट के नियंत्रण के संबंध में सलाह प्राप्त कर सकते हैं. टिड्डी दल के प्रकोप को देखते हुए जनपद स्तर पर कंट्रोल रूम (05252-237020) स्थापित किया गया है.