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बागपत की जनता विकास के नाम पर देगी वोट

बागपत में इस समय चुनावी सरगर्मी जोरों पर है. बागपत भूत पूर्व स्वर्गीय प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह का गढ़ रहा है इस बार उनके पोेते जयंत चौधरी बागपत से लोकसभा चुनाव लड़ रहे है औऱ उनके सामने बीजेपी के सांसद और केंद्रीय मंत्री सत्यपाल सिंह चुनावी मैदान में सामने है. अब देखना होगा कि बागपात से इस बार किसकी जीत होती है.

विकास के नाम पर देंगे वोट
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Published : Mar 29, 2019, 3:55 AM IST

बागपत: भूत पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह की भूमि बागपत में इस बार राजनैतिक सरगर्मी चरम पर है. इस बार जिले से चौधरी चरण सिंह के बेटे अजीत सिंह ने अपने बेटे जयंत चौधरी को बागपत लोकसभा क्षेत्र से उम्मीदवार के रूप में उतारा है.

जिले में इस बार चुनाव को लेकर सरगर्मी तेज है.क्योंकि इस बार लोकसभा चुनाव में सपा, बसपा और आरएलडी तीनों पार्टियों ने मिलकर गठबंधन किया है. जिले में यह सीट आरएलडी के खाते में गई है. तो उधर जयंत चौधरी अपने बाबा चौधरी चरण सिंह की विरासत को बचाने में लगे हुए हैं.वहीं इस बार आरएलडी का मुकाबला सीधे बीजेपी के सांसद एवं केंद्रीय मंत्री रह चुके डॉक्टर सत्यपाल सिंह से है.सत्यपाल सिंह का चुनावी राजनीतिक सफर 2014 से शुरू हुआ था. इससे पहले वह मुंबई में पुलिस कमिश्नर रह चुके हैं.

गांव के लोगों से बातचीत की संवाददाता आदित्य तिवारी ने.


वहीं 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी प्रत्याशी सत्यपाल सिंह ने चौधरी अजीत सिंह को भारी मतों से हराया था. लेकिन इस बार यह सीट गठबंधन के जाने के बाद आरडी को मिली है इस बार यह देखना है कि क्या चौधरी चरण सिंह की विरासत को उनके पोते जयंत चौधरी बचा पाएंगे.


गुरुवार को ईटीवी भारत के संवाददाता ने जिले के चौगमा क्षेत्र की निर्गुणा गांव की पंचायत में जाकर चुनावी माहौल का जायजा लिया. पंचायत के लोगों से सरकार को लेकर सवाल-जवाब किए.जिसमें गांव के लोगों ने अपनी-अपनी राय रखी और लोगों से जानने की कोशिश की गई कि वह वोट विकास के नाम पर देंगे या जाति के नाम पर तो अधिकतर लोगों का कहना था कि बेरोजगारी सबसे बड़ी समस्या है और हम वोट उसी को देंगे जो बेरोजगारी को खत्म करेगा.

बागपत: भूत पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह की भूमि बागपत में इस बार राजनैतिक सरगर्मी चरम पर है. इस बार जिले से चौधरी चरण सिंह के बेटे अजीत सिंह ने अपने बेटे जयंत चौधरी को बागपत लोकसभा क्षेत्र से उम्मीदवार के रूप में उतारा है.

जिले में इस बार चुनाव को लेकर सरगर्मी तेज है.क्योंकि इस बार लोकसभा चुनाव में सपा, बसपा और आरएलडी तीनों पार्टियों ने मिलकर गठबंधन किया है. जिले में यह सीट आरएलडी के खाते में गई है. तो उधर जयंत चौधरी अपने बाबा चौधरी चरण सिंह की विरासत को बचाने में लगे हुए हैं.वहीं इस बार आरएलडी का मुकाबला सीधे बीजेपी के सांसद एवं केंद्रीय मंत्री रह चुके डॉक्टर सत्यपाल सिंह से है.सत्यपाल सिंह का चुनावी राजनीतिक सफर 2014 से शुरू हुआ था. इससे पहले वह मुंबई में पुलिस कमिश्नर रह चुके हैं.

गांव के लोगों से बातचीत की संवाददाता आदित्य तिवारी ने.


वहीं 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी प्रत्याशी सत्यपाल सिंह ने चौधरी अजीत सिंह को भारी मतों से हराया था. लेकिन इस बार यह सीट गठबंधन के जाने के बाद आरडी को मिली है इस बार यह देखना है कि क्या चौधरी चरण सिंह की विरासत को उनके पोते जयंत चौधरी बचा पाएंगे.


गुरुवार को ईटीवी भारत के संवाददाता ने जिले के चौगमा क्षेत्र की निर्गुणा गांव की पंचायत में जाकर चुनावी माहौल का जायजा लिया. पंचायत के लोगों से सरकार को लेकर सवाल-जवाब किए.जिसमें गांव के लोगों ने अपनी-अपनी राय रखी और लोगों से जानने की कोशिश की गई कि वह वोट विकास के नाम पर देंगे या जाति के नाम पर तो अधिकतर लोगों का कहना था कि बेरोजगारी सबसे बड़ी समस्या है और हम वोट उसी को देंगे जो बेरोजगारी को खत्म करेगा.

Intro:भूत पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय चौधरी चरण सिंह च प्रधानमंत्री की भूमि बागपत में इस बार राजनैतिक को लेकर उथल-पुथल इस बार बागपत से चौधरी चरण सिंह के बेटे अजीत सिंह ने अपने बेटे जयंत चौधरी को बागपत लोकसभा क्षेत्र से उम्मीदवार के रूप में उतारा है ।


Body: बागपत में इस बार चुनाव को लेकर माहौल गर्मी गरमा पर है। क्योंकि इस बार लोकसभा चुनाव में सपा, बसपा और आरएलडी तीनों पार्टियों ने मिलकर गठबंधन किया है। बागपत में यह सीट आरएंडी के खाते में गई है। तो उधर जयंत चौधरी अपने बाबा चौधरी चरण सिंह की विरासत को बचाने में लगे हुए हैं। इस बार आरडी का मुकाबला सीधे बीजेपी के सांसद एवं केंद्रीय मंत्री रह चुके डॉक्टर सत्यपाल सिंह से है। डॉ सत्यपाल सिंह का रचुनाव राजनीतिक सफर 2014 से शुरू हुआ था। इससे पहले वह मुंबई में कमिश्नर रह चुके हैं।
2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी बीजेपी की तरफ से डॉ सत्यपाल सिंह ने चौधरी अजीत सिंह को भारी मतों से हराया था। लेकिन इस बार यह सीट गठबंधन के जाने के बाद आरडी को मिली है इस बार यह देखना है कि क्या चौधरी चरण सिंह की विरासत को उनके पोते जयंत चौधरी बचा पाएंगे। इसी को देखते हुए आज ईटीवी भारत की टीम बागपत जिले के चौगमा क्षेत्र में निर्गुणा गांव में एक पंचायत का जायजा किया। गांव में एक पंचायत में गांव के लोगों से सरकार को लेकर सवाल जवाब किए जिसमें लोग गांव के लोगों ने अपनी अपनी राय रखी और वोटजिसमें लोगों की राय पूछी गई कि वह वोट विकास के नाम पर या जाति के नाम पर या मजहब के नाम पर देंगे।
इन तमाम तरीके के मुद्दों को लेकर ईटीवी भारत ने अपने सवाल लोगों के सामने रखें






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