बागपत : जनपद पहुंचे समाजवादी नेता और पूर्व उच्च शिक्षा मंत्री राम आसरे विश्वकर्मा ने कार्यकर्ताओं के साथ चुनावी तैयारियों को लेकर बैठक की. इस दौरान उन्होंने कांग्रेस और बीजेपी की नीतियों पर कड़ी प्रतिक्रिया दी. कहा कि अपनी खराब नीतियों के कारण 1989 के बाद से आज तक कांग्रेस उत्तर प्रदेश में नहीं लौट सकी.
यही हाल बीजेपी का भी होगा. वहीं, नरेंद्र मोदी द्वारा लाल टोपी अलर्ट वाले बयान पर भी उन्होंने प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव ने लाल टोपी पहनकर किसान, मजदूर, बेरोजगार और महिलाओं के उत्पीड़न के खिलाफ जन आंदोलन छेड़ रखा है. यह आंदोलन गांव-गांव तक पहुंच गया है.
इससे पीएम मोदी को सरकार चले जाने का डर है. इसी कारण उन्हें लाल टोपी से डर लगता है. वो बार-बार लाल टोपी की बात करते हैं. उन्होंने गठबंधन में शिवपाल के न होने के सवाल पर कहा कि समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि जो भी छोटे दल साथ आएंगे, उन्हें सम्मान मिलेगा. सम्मान मिल भी रहा है.
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को गोरखपुर में सपा पर हमला करते हुए कहा था कि लाल टोपी वाले यूपी के लिए खतरे की घंटी हैं. कहा कि लाल टोपी मतलब रेड अलर्ट. प्रधानमंत्री ने कहा कि इन लाल टोपी वालों को केवल लालबत्ती से मतलब है ताकि सत्ता में आने के बाद आतंकियों की मदद कर सकें, उन्हें जेल से छुड़ा सकें, घोटाला कर अपनी तिजोरियां भर सकें. सपा की सियासी ललक के पीछे जमीनों पर कब्जा कराने और माफिया को लूट की खुली छूट देने की मंशा रखने का भी आरोप लगाया था.
पीएम के इस बयान के बाद राजनीतिक हलकों में काफी हो-हल्ला मचा. इसे लेकर सपा और आम आदमी पार्टी तक के नेताओं ने कई तीखी टिप्पणियां कीं. खासकर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने पीएम मोदी पर पलटवार करते हुए कहा है कि यही लाल टोपी भाजपा को सत्ता से बाहर का रास्ता दिखाएगी.
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