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बागपत: महिला आयोग की उपाध्यक्ष का बयान, 'दुष्कर्मियों का काट दिया जाए अंग'

यूपी के बागपत पहुंची उत्तर प्रदेश महिला आयोग की उपाध्यक्ष सुषमा सिंह ने दुष्कर्म की वारदातों पर बड़ा बयान दिया. उपाध्यक्ष ने कहा कि जब तक दुष्कर्मियों के शरीर के अंग नहीं काटे जाते, तब तक इस प्रकार की घटनाओं को रोकना असम्भव है.

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जानकारी देती महिला आयोग की उपाध्यक्ष.
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Published : Dec 5, 2019, 10:12 AM IST

बागपत: देश में दुष्कर्म की वारदातें रुकने का नाम नहीं ले रही हैं. हाल ही में हैदराबाद में हुई महिला डॉक्टर के साथ दरिंदगी ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है. ऐसे में गुरुवार को बागपत में बैठक करने पहुंची उत्तर प्रदेश महिला आयोग की उपाध्यक्ष सुषमा सिंह ने दुष्कर्म की वारदात पर बड़ा बयान देते हुए कहा है कि ऐसे वारदात पर अंकुश लगाने के लिए सख्त से सख्त कानून बनना चाहिए.

जानकारी देती महिला आयोग की उपाध्यक्ष.

प्रदेश महिला आयोग की उपाध्यक्ष का बयान

  • प्रदेश महिला आयोग की उपाध्यक्ष सुषमा सिंह ने बताया कि दुष्कर्म के आरोपी गिरफ्तार तो हो जाते हैं, लेकिन हम लोग सजा देने के प्रावधान में नहीं आते हैं.
  • मेरा मानना है कि जब तक इनके शरीर के अंग नहीं काटे जाते और फांसी नहीं दी जाती, तब तक इस प्रकार की घटनाओं को रोकना असम्भव है.
  • उपाध्यक्ष और आयोग की सदस्य राखी त्यागी ने महिला उत्पीड़न संबंधित विभागीय अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की.
  • समीक्षा बैठक में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, रानी लक्ष्मीबाई सम्मान कोष, कन्या सुमंगला योजना, मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना, 181 महिला हेल्पलाइन आदि महिलाओं से जुड़ी योजनाओं की समीक्षा की.

संबंधित विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि शासन द्वारा संचालित सभी योजनाओं से बहू बेटियों को जोड़ा जाये.
सुषमा सिंह, उपाध्यक्ष, उत्तर प्रदेश महिला आयोग

बागपत: देश में दुष्कर्म की वारदातें रुकने का नाम नहीं ले रही हैं. हाल ही में हैदराबाद में हुई महिला डॉक्टर के साथ दरिंदगी ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है. ऐसे में गुरुवार को बागपत में बैठक करने पहुंची उत्तर प्रदेश महिला आयोग की उपाध्यक्ष सुषमा सिंह ने दुष्कर्म की वारदात पर बड़ा बयान देते हुए कहा है कि ऐसे वारदात पर अंकुश लगाने के लिए सख्त से सख्त कानून बनना चाहिए.

जानकारी देती महिला आयोग की उपाध्यक्ष.

प्रदेश महिला आयोग की उपाध्यक्ष का बयान

  • प्रदेश महिला आयोग की उपाध्यक्ष सुषमा सिंह ने बताया कि दुष्कर्म के आरोपी गिरफ्तार तो हो जाते हैं, लेकिन हम लोग सजा देने के प्रावधान में नहीं आते हैं.
  • मेरा मानना है कि जब तक इनके शरीर के अंग नहीं काटे जाते और फांसी नहीं दी जाती, तब तक इस प्रकार की घटनाओं को रोकना असम्भव है.
  • उपाध्यक्ष और आयोग की सदस्य राखी त्यागी ने महिला उत्पीड़न संबंधित विभागीय अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की.
  • समीक्षा बैठक में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, रानी लक्ष्मीबाई सम्मान कोष, कन्या सुमंगला योजना, मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना, 181 महिला हेल्पलाइन आदि महिलाओं से जुड़ी योजनाओं की समीक्षा की.

संबंधित विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि शासन द्वारा संचालित सभी योजनाओं से बहू बेटियों को जोड़ा जाये.
सुषमा सिंह, उपाध्यक्ष, उत्तर प्रदेश महिला आयोग

Intro:स्लग :--- महिला आयोग उपाध्यक्ष का बयान 


देश मे बढ़ती रेप जैसी घिनोनी वारदाते रुकने का नाम नही ले रही है और हाल ही में हैदराबाद में हुई महिला डॉक्टर के साथ दरिंदगी से पूरा देश गुस्से में है और सभी लोग सड़को पर उतरकर वारदात को अंजाम देने वाले आरोपियो को सख्त सजा देने की मांग कर रहे है तो आज बागपत पहुंची उत्तर प्रदेश महिला आयोग की उपाध्यक्ष सुषमा सिंह ने रेप की वारदातों पर बड़ा बयान देते हुए कहा है कि रेप की वारदातो पर अंकुश लगाने के लिए इस पर सख्त से सख्त कानून आना चाहिए क्योंकि जो इनमें आरोपी होते है वे पुलिस के द्वारा गिरफ्तार तो हो जाते है लेकिन हम लोग सज़ा के प्रावधान में नही आते है ओर कोर्ट सज़ा तय करताहै उस कोर्ट की सज़ा तय करने की वजहसे हम लोग बहुत बेबस हो जाते है ओर अपने आप को बहुत बेबस महसूस करते है मेरा तो ये मानना है कि जब तक इन लोगो को फांसी नही दे दी जाएगी इनके इस प्रकार के अंग नही काटे जाएंगे  इनके अंदर एक डर भय नही होगा तब तक इस प्रकार की घटनाओं को रोकना असम्भव होगा. 

Body: साथ ही उपाध्यक्ष सुषमा सिंह व सदस्य राखी त्यागी ने महिला उत्पीड़न संबंधित संबंधित विभागीय अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की और उन्होंने समीक्षा बैठक में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, रानी लक्ष्मीबाई सम्मान कोष, कन्या सुमंगला योजना, मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना ,181 महिला हेल्पलाइन आदि महिलाओं से जुड़ी योजनाओं के बारे में समीक्षा की साथ ही संबंधित विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए कि शासन द्वारा संचालित सभी योजनाओं से महिला बहू बेटियों को जोड़ा जाए। उन्होंने पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिए कि पीड़ित महिला को कोर्ट कचहरी थाने के चक्कर न लगाने पड़े उसकी जांच कर उसे न्याय देना सुनिश्चित किया जाए।

महिला आयोग की उपाध्यक्ष ने कहा शादीशुदा जोड़ों आपस में प्यार भावना के साथ रहे छोटी मोटी बातों पर विवाद ना करें कोर्ट कचहरी के चक्कर में ना पड़े परिवार को आगे बढ़ाएं और गांव वालों के कहने में ना आए ।अपने बच्चों को माता-पिता अच्छे संस्कार दें और उन्हें कामयाब बनाएं।



बाईट :--- सुषमा सिंह ( उपाध्यक्ष , उत्तर प्रदेश महिला आयोग )





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