बागपत: देश में दुष्कर्म की वारदातें रुकने का नाम नहीं ले रही हैं. हाल ही में हैदराबाद में हुई महिला डॉक्टर के साथ दरिंदगी ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है. ऐसे में गुरुवार को बागपत में बैठक करने पहुंची उत्तर प्रदेश महिला आयोग की उपाध्यक्ष सुषमा सिंह ने दुष्कर्म की वारदात पर बड़ा बयान देते हुए कहा है कि ऐसे वारदात पर अंकुश लगाने के लिए सख्त से सख्त कानून बनना चाहिए.
प्रदेश महिला आयोग की उपाध्यक्ष का बयान
- प्रदेश महिला आयोग की उपाध्यक्ष सुषमा सिंह ने बताया कि दुष्कर्म के आरोपी गिरफ्तार तो हो जाते हैं, लेकिन हम लोग सजा देने के प्रावधान में नहीं आते हैं.
- मेरा मानना है कि जब तक इनके शरीर के अंग नहीं काटे जाते और फांसी नहीं दी जाती, तब तक इस प्रकार की घटनाओं को रोकना असम्भव है.
- उपाध्यक्ष और आयोग की सदस्य राखी त्यागी ने महिला उत्पीड़न संबंधित विभागीय अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की.
- समीक्षा बैठक में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, रानी लक्ष्मीबाई सम्मान कोष, कन्या सुमंगला योजना, मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना, 181 महिला हेल्पलाइन आदि महिलाओं से जुड़ी योजनाओं की समीक्षा की.
संबंधित विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि शासन द्वारा संचालित सभी योजनाओं से बहू बेटियों को जोड़ा जाये.
सुषमा सिंह, उपाध्यक्ष, उत्तर प्रदेश महिला आयोग