बागपत: जिला कारागार में शनिवार को ऋषिपाल नाम के एक कैदी की हत्या कर दी गई. इस दौरान कई लोग घायल भी हुए. बीते दिनों पूर्व प्रधान ओमपाल और ऋषिपाल पक्ष के बीच गोलीबारी हुई थी. इसी मामले में दोनों पक्ष के एक दर्जन लोग जेल में बंद थे. जिला जेल में कैदी की हत्या के बाद एक बार फिर जेल प्रशासन के कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान खड़े हो रहे हैं.
दरअसल, जिला जेल में शनिवार को दो कैदियों के बीच बवाल होने के बाद ऋषिपाल की हत्या कर दी गई. बवाल में आधा दर्जन से अधिक लोग घायल हैं. मृतक ऋषिपाल बसी का रहने वाला था. ऋषिपाल पर किसी नुकीली वस्तु से ताबड़तोड़ प्रहार किया गया था, जिससे उसकी मौत हो गई.
दो गुटों के संघर्ष में घायल अमित पुत्र सुरेश पाल निवासी गांव जौनमाना है. बीते दिनों पूर्व प्रधान ओमपाल पक्ष व मृतक पक्ष के बीच गोलीबारी हुई थी. दोनों पक्ष में 16 अप्रैल को झगड़ा हुआ था. इसी मामले में दोनों पक्ष के एक दर्जन लोग बंद थे. जेल में बंदी की हत्या की सूचना के बाद डीएम शकुंतला गौतम के साथ एसपी भी मौके पर जेलर के साथ हैं. इसके साथ बड़ी संख्या में फोर्स को तैनात किया गया है. इसके साथ ही सीओ दिलीप सिंह भी मौके पर हैं.
माफिया मुन्ना बजरंगी की जिला जेल में हुई थी हत्या
बागपत जेल में कैदी की हत्या से यहां की सुरक्षा व्यवस्था की पोल खुल गई है. मुन्ना बजरंगी की हत्या के बाद बागपत जेल में आज एक बार फिर से हत्या की सनसनीखेज वारदात को अंजाम दिया गया है. बागपत जेल में बंद कुख्यात सुनील राठी ने पेशी पर आए मुन्ना बजरंगी की हत्या कर दी थी. अभी इस मामले की सीबीआई जांच चल रही है.