बागपत: जिले की छपरौली थाना पुलिस को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है. यहां एक महीने पूर्व दिनदहाड़े सिंडिकेट बैंक में 15 लाख की लूट का खुलासा करते हुए वारदात को अंजाम देने वाले एक शातिर बदमाश को गिरफ्तार कर लिया गया. उसके पास से चार लाख रुपये भी बरामद किए गए हैं. पकड़े गए बदमाश को पुलिस ने मेरठ के मेडिकल कॉलिज से गिरफ्तार किया. फिलहाल पुलिस पकड़े गए बदमाश के फरार साथियों की गिरफ्तारी के प्रयास में जुटी है.
नकाबपोश बदमाशों ने हथियारों के बल पर लूटे 15 लाख
मामला छपरौली थाना क्षेत्र का है, जहां तुगाना गांव के बाहर स्तिथ सिंडिकेट बैंक में नौ सितंबर को दिनदहाड़े चार नकाबपोश बदमाशों ने हथियारों के बल पर कर्मचारियों को बंधक बनाकर 15 लाख रुपये की लूट की वारदात को अंजाम दिया था. बेखौफ बदमाश वहां लगे सीसीटीवी की डीवीआर को भी अपने साथ लेकर फरार हो गए थे. इसके बाद से ही मामले की तफ्तीश में जुटी पुलिस ने बैंक लूट में रेकी करने वाले गांव तुगाना के रहने वाले बदमाश अरविंद उर्फ डाबर को कल गिरफ्तार कर लिया.
पूछताछ में हुआ खुलासा
पूछताछ के आधार पर पुलिस ने लूट की वारदात के मामले के मुख्य आरोपी जितेंद्र को मेरठ मेडिकल कॉलिज से गिरफ्तार किया है. इसके कब्जे से पुलिस ने लूट के चार लाख रुपये बरामद किए हैं. फिलहाल पुलिस फरार बदमाशों की तलाश में जुटी है. पकड़े गए बदमाश ने पुलिस को बताया कि उसने अपने तीन साथियों अरविंद , संजीव और नितिन के साथ मिलकर वारदात को अंजाम दिया था. लूट की घटना को अंजाम देने के लिए अरविंद ने रेकी की थी, क्योंकि उसका बैंक के पास ही घर है. फिलहाल पुलिस फरार बदमाशों की तलाश में जुटी है.
कई वारदातों को अंजाम दे चुके हैं ये बदमाश
आपको बता दें कि पकड़ा गया शातिर बदमाश इससे पहले भी कई वारदातों को अंजाम दे चुका है. 2007 में जितेंद्र ने अपने पांच साथियों के साथ मिलकर तिहरे हत्याकांड को अंजाम दिया था. इसमें वह जेल भी गया था. वहीं उसका साथी अरविंद उर्फ डाबर भी वर्ष 2010 में सूप गांव के ग्राम प्रधान रणवीर सिंह की हत्या के मामले में अपने साथियों के साथ जेल गया था. इनके अलावा भी चारों बदमाश कई वारदातों को अंजाम दे चुके हैं.