बागपत: अयोध्या मामले को लेकर कोर्ट से आने वाले फैसले पर प्रदेश के तमाम जनपदों में शांति समिति की बैठक आयोजित की जा रही है. फैसला आने के बाद कानून व्यवस्था न बिगड़े जिसके चलते बागपत जिले के कस्बा बड़ौत में गुरुवार को हिन्दू और मुस्लिम समाज के लोगों की एक मीटिंग आयोजित की गई.
नमन बैंकट हॉल में शांति समिति की मीटिंग
गुरुवार को कोतवाली बड़ौत क्षेत्र के कस्बा बड़ौत में दिल्ली यमुनोत्री हाइवे के पास स्थित नमन बैंक्वेट हॉल में जिले के पुलिस अधिकारियों ने अयोध्या मामले पर आने वाले फैसले को लेकर एक शांति समिति की मीटिंग बुलाई. कस्बा बड़ौत और आस-पास के गांवों के रहने वाले लोग मौजूद रहे. मीटिंग में अपर पुलिस अधीक्षक अनिल कुमार शिशौदिया मुख्य अतिथि के तौर पर पहुंचे. उन्होंने लोगों को सम्बोधित करते हुए अयोध्या मामले का फैसला आने पर शांति व्यवस्था बनाये रखने की अपील की. सोशल मीडिया से सबसे अधिक अफवाहें फैलाकर लोगों को भ्रमित किया जाता है, इसलिए सोशल मीडिया पर पूरी निगरानी रखी जा रही है. अगर कोई अफवाह फैलाकर गड़बड़ी करने की कोशिश करेगा तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
मीटिंग में की गई दारोगा की शिकायत
शांति समिति की मीटिंग में पहुंचे नगर पालिका के चेयरमैन अमित राणा ने कोतवाली बड़ौत में तैनात दारोगा राकेश कुमार की अधिकारियों से शिकायत करते हुए बताया कि दारोगा क्षेत्र का महौल खराब करने की कोशिश कर रहा है. जिससे मामला बिगड़ सकता है, इसलिए दारोगा का ट्रांसफर कहीं दूसरी जगह किया जाए, ताकि क्षेत्र का माहौल खराब न हो. वहीं पुलिस के अधिकारी ने मामले की जांच कर कार्रवाई की बात कही है.
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बाराबंकी जिले का अयोध्या से काफी है जुड़ाव
लखनऊ से अयोध्या के बीच जाते वक्त लगभग 50 किलोमीटर रास्ता बाराबंकी जिले से होकर गुजरता है. लखनऊ और आसपास से होकर गुजरने वाले लोग इसी रास्ते का प्रयोग करके अयोध्या तक जाते हैं. साथ ही साथ अयोध्या जिले से बाराबंकी की लंबी सीमा लगती है, जहां से लोगों का प्रतिदिन आवागमन होता है. धार्मिक स्तर पर भी बाराबंकी जिले का जुड़ाव अयोध्या से काफी है. यही वजह है कि जिले में हर प्रकार से सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जा रहे हैं. वहीं अस्थाई जेल का भी निर्माण छह स्थानों पर किया गया है, जिससे जरूरत पड़ने पर लोगों को पाबंद किया जा सके.
अयोध्या राम मंदिर-बाबरी मस्जिद विवाद पर उच्चतम न्यायालय के फैसले के मद्देनजर बाराबंकी पुलिस ने 48 संवेदनशील जगहों पर मजबूती से काम किया और कुल मिलाकर 6 अस्थाई जेलों का खाका तैयार किया है. सोशल मीडिया और मीडिया के तमाम प्लेटफार्म पर बाराबंकी पुलिस के साइबर सेल की कड़ी नजर है. कहीं से किसी भी प्रकार की अफवाह ना फैले, इसके लिए बाराबंकी पुलिस पूरी तरीके से मुस्तैद है. लोगों की सुरक्षा तय करने के साथ-साथ शांति व्यवस्था कायम रखने के लिए प्रतिबद्ध है.
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हरदोई में थानों पर बलवा ड्रिल का अभ्यास
हरदोई में पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा के मद्देनजर खासतौर से इंतजाम किए हैं, जिसके लिए सभी थाना इलाकों ग्रामीण इलाकों और शहरी क्षेत्रों में आम जनमानस प्रबुद्ध व्यक्ति और प्रभावशाली लोगों के साथ मीटिंग के साथ ही पीस कमेटी की मीटिंग का दौर भी जारी है. जिसके चलते पुलिस लगातार लोगों को राम मंदिर को लेकर आने वाले फैसले को मानने और शांति व्यवस्था कायम रखने की सलाह दे रही है. साथ ही उनसे सौहार्दपूर्ण माहौल बनाने की अपील भी की जा रही है. इसके लिए सभी थानों में बलवा ड्रिल का अभ्यास कराया जा रहा है और लगातार सड़कों और मार्गों पर चौकसी बरती जा रही है. पुलिस फोर्स को पैदल मार्च कराया जा रहा है.
सोशल मीडिया पर विशेष नजर रखी जा रही है, जिसके लिए जिले के 24 थानों में ढाई- ढाई सौ वॉलिंटियर्स बनाए गए हैं. जो थाना क्षेत्रों में सोशल मीडिया का प्रयोग करने वाले लोगों पर नजर रखेंगे, जिसकी मॉनिटरिंग सोशल मीडिया सेल करेगा, जिसके तहत 24 घंटे चौकसी बरती जा सकेगी और अराजक तत्वों पर भी नजर रखी जा सकेगी, ताकि किसी भी स्थिति में माहौल को बिगड़ने न दिया जाए और हर स्थिति में सुरक्षा के कड़े इंतजाम कर लोगों को सुरक्षा व्यवस्था मुहैया कराई जाए.
राम मंदिर पर आने वाले फैसले को लेकर प्रबुद्ध व्यक्ति प्रभावशाली लोगों से बातचीत की जा रही है कि फैसले का सम्मान किया जाए. इसके लिए तैयारियों का दौर जारी है. पुलिस फोर्स को तैयार किया जा चुका है. सभी थानों में बलवा ड्रिल का आयोजन किया गया है. जो कमियां थीं कमियों का ऑडिट कर हेड क्वार्टर को भेजा गया है. पुलिस बल को मुस्तैद किया जा रहा है और उन्हें जिम्मेदारियों के प्रति सचेत किया जा रहा है. पैदल गश्त कराई जा रही है. सोशल मीडिया पर नजर रखी जा रही है. 24 थानों में ढाई-ढाई वॉलिंटियर्स रखे गए हैं जो लगातार मॉनिटरिंग करेंगे और सौहार्दपूर्ण माहौल बनाएंगे.
-आलोक प्रियदर्शी, पुलिस अधीक्षक