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CAA वापसी की मांग को लेकर ओवैसी के शाहीनबाग वाले बयान पर बोले नरेश टिकैत- सबका ठेका नहीं ले रखा... - agricultural law return

किसान आंदोलन की वर्षगांठ के मौके पर भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष नरेश टिकैत गाजीपुर बार्डर के लिए रवाना हो गए. इस मौके पर सीएए वापसी की मांग को लेकर ओवैसी के शाहीनबाग वाले बयान पर उन्होंने कहा कि हमने सबका ठेका नहीं ले रखा है.

भाकियू अध्यक्ष नरेश टिकैत किसानों के साथ गाजीपुर बार्डर के लिए हुए रवाना.
भाकियू अध्यक्ष नरेश टिकैत किसानों के साथ गाजीपुर बार्डर के लिए हुए रवाना.
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Published : Nov 26, 2021, 3:54 PM IST

Updated : Nov 26, 2021, 5:34 PM IST

बागपतः कृषि कानून वापसी के ऐलान (agricultural law return) के बावजूद चल रहे किसान आंदोलन (farmer movment) का 26 नवंबर को एक वर्ष पूरा हो गया. ऐसे में भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष नरेश टिकैत (Naresh Tikait) गाजीपुर बार्डर पर धरनारत किसानों से मिलने पहुंचे. जब उनसे पूछा गया कि AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) ने हाल में ही कृषि कानूनों की तरह ही सीएए (CAA) वापसी की मांग उठाई है. उन्होंने यह मांग पूरी न होने पर शाहीनबाग (Shaheen Bagh) फिर से बनाने की चेतावनी दी है. इस पर नरेश टिकैत ने कहा कि हमने सबका ठेका नहीं ले रखा है.

इस मौके पर नरेश टिकैत ने कहा कि किसान आंदोलन का आज एक वर्ष पूरा हो गया है. अगर सरकार एमएसपी (MSP) पर कानून बना दे तो किसान हंसी-खुशी घर लौट जाएंगे.

भाकियू अध्यक्ष नरेश टिकैत किसानों के साथ गाजीपुर बार्डर के लिए हुए रवाना.

कहा कि, किसानों का उद्देश्य प्रधानमंत्री का सिर नीचा करना नहीं है बल्कि उनका सिर ऊंचा करना है. किसानों का अपमान नहीं होना चाहिए. कृषि कानून वापसी के ऐलान के लिए उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी का धन्यवाद दिया.

कहा कि, सरकार अगर चाहे तो कृषि को बढ़ावा दे सकती है. साथ ही उन्होंने चेतावनी भरे लहजे में कहा कि अगर किसान मोर्चा आवाह्वन करेगा तो गाजीपुर बार्डर पर किसानों की संख्या फिर से बढ़ाई जाएगी. किसान कभी भी न तो पीछे हटे हैं और न ही हटेंगे.

ये भी पढ़ेंः किसान आंदोलन का एक सालः राकेश टिकैत बोले- सरकार का रुख धोखेबाजी और जालसाजी का लग रहा

उन्होंने कहा कि 27 नवंबर को किसान संयुक्त मोर्चे की बैठक है. देखेंगे क्या फायदा और नुकसान है. किसानों पर मुकदमे वापस हो जाएं और एमएसपी को लेकर कानून बन जाए तो बातचीत ठीक हो जाएगी.

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बागपतः कृषि कानून वापसी के ऐलान (agricultural law return) के बावजूद चल रहे किसान आंदोलन (farmer movment) का 26 नवंबर को एक वर्ष पूरा हो गया. ऐसे में भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष नरेश टिकैत (Naresh Tikait) गाजीपुर बार्डर पर धरनारत किसानों से मिलने पहुंचे. जब उनसे पूछा गया कि AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) ने हाल में ही कृषि कानूनों की तरह ही सीएए (CAA) वापसी की मांग उठाई है. उन्होंने यह मांग पूरी न होने पर शाहीनबाग (Shaheen Bagh) फिर से बनाने की चेतावनी दी है. इस पर नरेश टिकैत ने कहा कि हमने सबका ठेका नहीं ले रखा है.

इस मौके पर नरेश टिकैत ने कहा कि किसान आंदोलन का आज एक वर्ष पूरा हो गया है. अगर सरकार एमएसपी (MSP) पर कानून बना दे तो किसान हंसी-खुशी घर लौट जाएंगे.

भाकियू अध्यक्ष नरेश टिकैत किसानों के साथ गाजीपुर बार्डर के लिए हुए रवाना.

कहा कि, किसानों का उद्देश्य प्रधानमंत्री का सिर नीचा करना नहीं है बल्कि उनका सिर ऊंचा करना है. किसानों का अपमान नहीं होना चाहिए. कृषि कानून वापसी के ऐलान के लिए उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी का धन्यवाद दिया.

कहा कि, सरकार अगर चाहे तो कृषि को बढ़ावा दे सकती है. साथ ही उन्होंने चेतावनी भरे लहजे में कहा कि अगर किसान मोर्चा आवाह्वन करेगा तो गाजीपुर बार्डर पर किसानों की संख्या फिर से बढ़ाई जाएगी. किसान कभी भी न तो पीछे हटे हैं और न ही हटेंगे.

ये भी पढ़ेंः किसान आंदोलन का एक सालः राकेश टिकैत बोले- सरकार का रुख धोखेबाजी और जालसाजी का लग रहा

उन्होंने कहा कि 27 नवंबर को किसान संयुक्त मोर्चे की बैठक है. देखेंगे क्या फायदा और नुकसान है. किसानों पर मुकदमे वापस हो जाएं और एमएसपी को लेकर कानून बन जाए तो बातचीत ठीक हो जाएगी.

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Last Updated : Nov 26, 2021, 5:34 PM IST
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