बागपत : टीईटी पेपर आउट करने वाले आरोपियों के घर बुलडोजर चलाने के बयान पर नरेश टिकैत ने कहा कि मकानों की क्या खता ( कसूर ) है जो मकानों पर बुलडोजर चलवा रहे हैं. ये तो तानाशाही है. कहा कि किसी ने यदि ऐसी संपत्ति बनाई है तो उसे जब्त किया जाए. उसपर बुलडोजर नहीं चलाया जाना चाहिए. ये गलत बात है.
उत्तर प्रदेश के बागपत जनपद में आए नरेश टिकैत ने एक वर्ष से ज्यादा समय से चल रहे किसान आंदोलन से इज्जत के साथ उठने और MSP की गारंटी कानून की मांग की है. नरेश टिकैत ने टीईटी पेपर आउट होने पर कहा कि पेपर आउट के आरोपियों के घर बुलडोजर नहीं चलाना चाहिए बल्कि उनकी संपत्ति को जब्त कर लेना चाहिए.
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सारे कानून अभी वापस नहीं हुए है. जिन मुद्दों पर लड़ाई है, आज हमनें सुना है मुकदमें भी वापस ले लिए. अच्छी बात है. कानून वापस भी ले लिए वो भी बहुत अच्छा है. अब बात MSP पर टिकी है. 4 तारीख को उसकी भी बात होगी. कहा कि सरकार के बैकफुट पर आने की जरूरत नहीं है. बस ये समझौता है.
कहा कि किसान वापस आ जाएंगे. वहां किसान कोई खुशी से नहीं बैठे हैं. कहा कि 90% मांगें जिन्हें लेकर आंदोलन चल रहा था वह तो निपट गयी. 10% बची है. ये भी 4 दिसंबर की बैठक के बाद साफ हो जाएगी. इसके बाद किसान वहां से इज्जत के साथ उठेंगे.