बागपत: सरकार के कृषि विधेयक बिल का हर तरफ विरोध किया गया. विपक्षी पार्टियों के नेता किसानों को गुमराह कर कृषि विधेयक को कृषि विरोधी बता रहे थे. इसी बिल को लेकर बीजेपी सांसद डॉ. सत्यपाल सिंह ने जनपद बागपत खेडा हटाना गांव में किसान सम्मेलन किया. इस दौरान उन्होंने किसानों को कृषि विधेयक के बारे में बताया. बताया कि कृषि विधेयक संसद सत्र में पास हुआ है. ये बिल किसानों के फायदे के लिए है. इस विधेयक से किसानों को कोई नुकसान नहीं है. उन्होंने कहा कि देश के किसानों को 73 वर्षों के बाद आजादी मिली है. देश 1947 मे आज़ाद हुआ था और 1991 में उद्योग धंधों को आज़ादी मिली. किसानों को 2020 में आज़ादी मिली है.
आसपास के गांवों के लोग भी हुए शामिल
बागपत से बीजेपी के सांसद डॉ. सत्यपाल सिंह ने कहा कि खेड़ा हटाना गांव में हुए किसान सम्मेलन में आसपास के गांवों के लोग भी शामिल हुए. यह सम्मेलन बहुत ज्यादा सफल रहा. सम्मेलन में उन्होंने कहा कि जब तक देश में किसान खुशहाल नहीं होंगे, तब तक देश खुशहाल नहीं बन सकता. देश की खुशहाली का रास्ता किसान के खेत ओर खलियान से होकर गुजरता है. सांसद ने संसद सत्र में पारित कृषि कानून के बारे में लोगों को बताया. उन्होंने कहा कि ये कानून किसानों को आजादी दिलाने के लिए है.
किसानों को मिलेगी राहत
देश में 73 वर्षों बाद किसानों को आजादी मिली है. 1947 में देश को आजादी मिली थी. 1991 में हमारे उद्योग धंधों को आजादी मिली लेकिन किसानों को आजादी 2020 में मिली है. आज हमारा किसान फ्री है. वह अपनी उपज को अपने जिलों से बाहर अन्य राज्यों में भी जाकर बेच सकता है. किसानों से सरकारी खरीद जारी रहेगी और समर्थन मूल्य चालू रहेगा. किसान यदि किसी व्यापारी के साथ अपनी उपज का करार करना चाहते हैं या कॉन्ट्रेक्ट करना चाहते हैं, तो कर सकते हैं. व्यापारी उनको खाद देगा, अच्छा बीज देकर उनका मार्गदर्शन करेगा ओर किसानों को पहले के मुकाबले अच्छा भाव या रेट मिलेगा.