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ये क्या! आरएलडी से बीजेपी में गईं ममता ने चंद घण्टों में की आरएलडी में वापसी

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Published : Jun 26, 2021, 7:52 PM IST

यूपी के बागपत में राष्ट्रीय लोकदल को छोड़ भाजपा सांसद की मौजूदगी में भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने वाली जिला पंचायत सदस्य ममता किशोर ने दोपहर होते-होते राष्ट्रीय लोकदल में वापसी कर ली. इसके बाद ममता ने चुनाव लडने का एलान करते हुए रालोद से अपना नामांकन भी कर दिया.

ममता किशोर
ममता किशोर

बागपत: जिला पंचायत चुनाव में अध्यक्ष पद को लेकर चुनाव दिलचस्प हो गया है. नामांकन के दिन भी जिला पंचायत सदस्यों के पाला बदलने का सिलसिला जारी रहा. शनिवार तड़के चार बजे बागपत में राष्ट्रीय लोकदल को छोड़ भाजपा सांसद की मौजूदगी में भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने वाली जिला पंचायत सदस्य ममता किशोर ने दोपहर होते-होते 12 बजे ही एक बार फिर पलटी मारी. ममता किशोर ने राष्ट्रीय लोकदल में वापसी कर ली और जिला पंचायत अध्यक्ष का चुनाव लडने का एलान करते हुए रालोद से अपना नामांकन भी कर दिया. उधर, भाजपा की ओर से बबली देवी ने जिला पंचायत अध्यक्ष के लिए नामांकन किया है. कई दिन पहले बबली समाजवादी पार्टी का दामन छोड़कर भाजपा में शामिल हो गई थीं.

बागपत में जिला पंचायत अध्यक्ष पद के नामांकन के दिन भी भाजपा और रालोद के बीच उठापटक जारी रही. राष्ट्रीय लोकदल से जिला पंचायत सदस्य ममता किशोर आज तड़के 4 बजे नई दिल्ली में भाजपा के सांसद डॉक्टर सत्यपाल सिंह के आवास पर अपने पति जयकिशोर के साथ पहुंची. सांसद डॉक्टर सत्यपाल सिंह ने रालोद की जिला पंचायत अध्यक्ष पद की उम्मीदवार ममता के साथ उनके पति जयकिशोर को भाजपा में शामिल कराया. उसके बाद सांसद सत्यपाल सिंह के साथ ममता किशोर और उसके पति जयकिशोर की तस्वीरें जैसे ही सोशल मीडिया पर वायरल हुई तो जिला पंचायत अध्यक्ष को लेकर चल रही राजनीति में हलचल पैदा हो गई. खासकर यह बात रालोद को किसी भी तरह पच नहीं पाई और दोपहर होते-होते अचानक ममता किशोर अपने पति जयकिशोर के साथ आनन-फानन में बागपत पहुंची. उन्होंने राष्ट्रीय लोकदल के कार्यालय पर पत्रकार वार्ता कर आरोप लगाया कि उन्हें कुछ लोगों ने बरगला दिया था और दबाव के कारण उन्होंने सांसद के घर भाजपा की सदस्यता हासिल की. ममता ने बताया कि उन्हें वहां जबरन ले जाया गया, लेकिन वह राष्ट्रीय लोकदल की ही सच्ची सिपाही हैं और जिला पंचायत अध्यक्ष पद का चुनाव भी रालोद से ही लड़ेंगी. भाजपा से बबली देवी और रालोद से ममता किशोर ने जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए नामांकन कर दिया है.

बागपत की जिला पंचायत अध्यक्ष सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है. यहां जिला पंचायत चुनाव में 20 वार्ड हैं, जिनमें भाजपा के चार जिला पंचायत सदस्य जीते हैं. सपा की बबली देवी जिला पंचायत सदस्य जीती थी, लेकिन कुछ दिन बाद ही बबली देवी ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली थी. उसके बाद बबली की तरह ही अब ममता किशोर भी भाजपा में शामिल हो गई थीं, लेकिन ममता ने कुछ देर बाद ही रालोद में वापसी कर ली है.

बागपत: जिला पंचायत चुनाव में अध्यक्ष पद को लेकर चुनाव दिलचस्प हो गया है. नामांकन के दिन भी जिला पंचायत सदस्यों के पाला बदलने का सिलसिला जारी रहा. शनिवार तड़के चार बजे बागपत में राष्ट्रीय लोकदल को छोड़ भाजपा सांसद की मौजूदगी में भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने वाली जिला पंचायत सदस्य ममता किशोर ने दोपहर होते-होते 12 बजे ही एक बार फिर पलटी मारी. ममता किशोर ने राष्ट्रीय लोकदल में वापसी कर ली और जिला पंचायत अध्यक्ष का चुनाव लडने का एलान करते हुए रालोद से अपना नामांकन भी कर दिया. उधर, भाजपा की ओर से बबली देवी ने जिला पंचायत अध्यक्ष के लिए नामांकन किया है. कई दिन पहले बबली समाजवादी पार्टी का दामन छोड़कर भाजपा में शामिल हो गई थीं.

बागपत में जिला पंचायत अध्यक्ष पद के नामांकन के दिन भी भाजपा और रालोद के बीच उठापटक जारी रही. राष्ट्रीय लोकदल से जिला पंचायत सदस्य ममता किशोर आज तड़के 4 बजे नई दिल्ली में भाजपा के सांसद डॉक्टर सत्यपाल सिंह के आवास पर अपने पति जयकिशोर के साथ पहुंची. सांसद डॉक्टर सत्यपाल सिंह ने रालोद की जिला पंचायत अध्यक्ष पद की उम्मीदवार ममता के साथ उनके पति जयकिशोर को भाजपा में शामिल कराया. उसके बाद सांसद सत्यपाल सिंह के साथ ममता किशोर और उसके पति जयकिशोर की तस्वीरें जैसे ही सोशल मीडिया पर वायरल हुई तो जिला पंचायत अध्यक्ष को लेकर चल रही राजनीति में हलचल पैदा हो गई. खासकर यह बात रालोद को किसी भी तरह पच नहीं पाई और दोपहर होते-होते अचानक ममता किशोर अपने पति जयकिशोर के साथ आनन-फानन में बागपत पहुंची. उन्होंने राष्ट्रीय लोकदल के कार्यालय पर पत्रकार वार्ता कर आरोप लगाया कि उन्हें कुछ लोगों ने बरगला दिया था और दबाव के कारण उन्होंने सांसद के घर भाजपा की सदस्यता हासिल की. ममता ने बताया कि उन्हें वहां जबरन ले जाया गया, लेकिन वह राष्ट्रीय लोकदल की ही सच्ची सिपाही हैं और जिला पंचायत अध्यक्ष पद का चुनाव भी रालोद से ही लड़ेंगी. भाजपा से बबली देवी और रालोद से ममता किशोर ने जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए नामांकन कर दिया है.

बागपत की जिला पंचायत अध्यक्ष सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है. यहां जिला पंचायत चुनाव में 20 वार्ड हैं, जिनमें भाजपा के चार जिला पंचायत सदस्य जीते हैं. सपा की बबली देवी जिला पंचायत सदस्य जीती थी, लेकिन कुछ दिन बाद ही बबली देवी ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली थी. उसके बाद बबली की तरह ही अब ममता किशोर भी भाजपा में शामिल हो गई थीं, लेकिन ममता ने कुछ देर बाद ही रालोद में वापसी कर ली है.

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