बागपतः सम्राट पृथ्वीराज डिग्री कॉलेज में एक कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर पहुंचे उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने फारूक अब्दुल्ला के कश्मीर पर दिए बयान पर टिप्पणी की. उन्होंने कहा कि जो संविधान के अंदर समाधान है कांग्रेस उसके साथ खड़ी है. फारूक अब्दुल्ला की अपनी कोई राय हो सकती है, लेकिन कांग्रेस उस राय से सहमत नहीं है. दरअसल, फारूक अब्दुल्ला ने चीन की ताकत से कश्मीर में दोबारा 370 लगाने की बात कही थी.
उन्होंने बीजेपी को निशाने पर लेते हुए कहा कि उन लोगों का तो वश नहीं चलता नहीं तो मौलाना अब्दुल कलाम आजाद को भी जिन्ना समर्थक कह देते, जिन्होंने जिन्ना के खिलाफ खड़े होकर हिंदुस्तान के मुसलमानों से कहा कि ये तुम्हारी सर जमीं है. इसे छोड़कर मत जाओ और जो लोग पाकिस्तान जाएंगे वे पछतायेंगे. हरीश रावत ने कहा कि मैं इतना कह सकता हूं कि भाजपा के जहन में हर वह व्यक्ति जो बीजेपी की विचारधारा के खिलाफ है, वह जिन्ना है या पाकिस्तानी.
वहीं, उन्होंने बिहार चुनाव पर कहा कि बिहार परिवर्तन के रूप में सामने आ रहा है. मुझे विश्वास है महागठबंधन जीतेगा और कांग्रेस 70 से ज्यादा सीटों पर जीतेगी. बहुत लम्बे अरसे के बाद कांग्रेस में ये उत्साह देखने को मिल रहा है और लोग मोदी के विरोध और राहुल गांधी के पक्ष में खड़े हैं. उन्होंने कहा कि बड़े दुख की बात है कि देश की सभ्यता का जनक राज्य, उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था चौपट है. मां-बहनों की इज्जत खतरे में है. गरीब खतरे में हैं और जो काम-धंधा करने वाले लोग हैं. उनका काम भी खतरे में है.
यूपी में गठबंधन पर कहा कि सारी लोकतांत्रिक ताकतें मोदी जी के खिलाफ हैं. भाजपा और मोदी की जो जन विरोधी नीतियां हैं. उनके खिलाफ राहुल गांधी खड़े हैं. देश के प्रतिपक्ष की आवाज उठा रहे हैं. इसलिए उत्तर प्रदेश की सारी लोकतांत्रिक शक्तियां कांग्रेस के साथ आकर खड़ी होंगी.