बागपत: त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की तारीखों का अभी तक एलान नहीं किया गया है. इसके लिए अभी कुछ महीनों के वक्त बाकी है, लेकिन अभी से ही चुनाव को लेकर तैयारियां चल रही हैं. पंचायत चुनावों के लिए भावी उम्मीदवार अभी से ही मैदान में उतरकर वोटरों को लुभाने में जुटे हुए हैं. ऐसे में अब पिछले चुनावों के दौरान चुने गए प्रत्याशियों पर भी सवाल उठता है कि उन्होंने अपने अपने क्षेत्रों में कितना काम किया है और क्या उन क्षेत्रों में लोग अपने नेता से खुश हैं भी या नहीं. जिला पंचायत की बात करें तो जनपद में जिला पंचायत के 21 वार्ड हैं, लेकिन गांव रटौल को नगर पंचायत का दर्जा मिलने के बाद अब नए परिसीमन में 20 वार्ड ही रह गए हैं.
जनपद बागपत में तीन विधानसभा बड़ौत, बागपत और छपरौली सीटें हैं, जिनपर भारतीय जनता पार्टी का ही कब्जा है. बागपत जिला पंचायत में 21 वार्ड हैं, लेकिन रटौल गांव को नगर पंचायत का दर्जा मिलने के बाद नए परिसीमन में मात्र 20 ही वार्ड रह गए हैं. बीजेपी के विधायक योगेश धामा की पत्नी रेणु धामा जिला पंचायत की अध्यक्ष थीं. जनपद बागपत में 237 ग्राम सभाएं हैं और 6 ब्लॉक पिलाना, खेकड़ा, बागपत, बड़ौत, छपरौली और बिनोली हैं.