ETV Bharat / state

कश्मीर से अनुच्छेद 370 पहले ही खत्म कर दिया होता कारगिल युद्ध न होता: पूर्व जवान - jammu kashmir

केंद्र सरकार ने एक मजबूत फैसला लेते हुए कश्मीर से अनुच्छेद 370 और 35(A) को हटा दिया है, जिसके चलते देश के कई हिस्सों में खुशी का माहौल है. बागपत के पूर्व जवानों का कहना है कि अगर से कश्मीर से अनुच्छेद 370 और 35(A) को पहले ही खत्म कर दिया तो कारगिल युद्ध न होता.

शहीद फौजी के परिजन.
author img

By

Published : Aug 13, 2019, 8:06 AM IST

बागपत: कश्मीर से अनुच्छेद 370 और 35(A) हटने के बाद से जनपद के पूर्व जवानों ने सरकार के इस फैसले की जमकर तारिफ की है. पूर्व जवानों का कहना है कि अगर कश्मीर से अनुच्छेद 370 और 35ए को पहले ही खत्म कर दिया गया होता तो कारगिल युद्ध न होता. इस युद्ध में देश के कई जवानों ने अपने प्राण न्योछावर किए थे.

अनुच्छेद 370 पर पूर्व सैनिकों की राय.
  • जनपद के बावली गांव के कारगिल युद्ध में शहीद हुए अनिल कुमार तोमर के परिजनों ने सरकार के इस कदम को सराहा है.
  • शहीद अनिल तोमर से पहले भी उनके दादा, पिता और ताऊ ने भारतीय सेना में अपनी सेवाएं दी हैं.
  • कश्मीर से अनुच्छेद 370 और 35(A) हटने के बाद से देश में खुशी का माहौल है.

अनुच्छेद 370 और 35(A) पहले ही खत्म हो जाती तो भारत पाकिस्तान के बीच लड़ाई न होती. भारत सरकार शहीदों के परिवार की तरफ की तरफ ध्यान नहीं दे रही है. उत्तर प्रदेश सरकार की तरफ से आने वाली पेंशन भी बंद कर दी गई है.

शहीद अनिल कुमार तोमर के पिता

बागपत: कश्मीर से अनुच्छेद 370 और 35(A) हटने के बाद से जनपद के पूर्व जवानों ने सरकार के इस फैसले की जमकर तारिफ की है. पूर्व जवानों का कहना है कि अगर कश्मीर से अनुच्छेद 370 और 35ए को पहले ही खत्म कर दिया गया होता तो कारगिल युद्ध न होता. इस युद्ध में देश के कई जवानों ने अपने प्राण न्योछावर किए थे.

अनुच्छेद 370 पर पूर्व सैनिकों की राय.
  • जनपद के बावली गांव के कारगिल युद्ध में शहीद हुए अनिल कुमार तोमर के परिजनों ने सरकार के इस कदम को सराहा है.
  • शहीद अनिल तोमर से पहले भी उनके दादा, पिता और ताऊ ने भारतीय सेना में अपनी सेवाएं दी हैं.
  • कश्मीर से अनुच्छेद 370 और 35(A) हटने के बाद से देश में खुशी का माहौल है.

अनुच्छेद 370 और 35(A) पहले ही खत्म हो जाती तो भारत पाकिस्तान के बीच लड़ाई न होती. भारत सरकार शहीदों के परिवार की तरफ की तरफ ध्यान नहीं दे रही है. उत्तर प्रदेश सरकार की तरफ से आने वाली पेंशन भी बंद कर दी गई है.

शहीद अनिल कुमार तोमर के पिता

Intro:बागपत: केंद्र सरकार ने एक मजबूत फैसला लेते हुए कश्मीर में 370 और 35 ए को तो हटा दिया है। जिसके चलते देश के कई हिस्सों में खुशी का माहौल भी है। बागपत के पूर्व जवानों का कहना है अगर कश्मीर में 370 और 35ए को पहले ही खत्म कर दिया गया होता तो कारगिल में युद्ध ना होता। इस युद्ध में देश के कई जवानों ने अपने प्राण न्योछावर किए थे ।इसी कारगिल युद्ध में बागपत के वावली गांव सहित अनिल तोमर ने भी अपनी जान गवाई थी। जम्मू कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा खत्म करने के बाद देश में खुशी का माहौल है। तो वहीं सरकार की शहीद परिवारों की अनदेखी करने पर दुख व्यक्त किया।




Body:भारत की संगीत सरकार ने एक महत्वपूर्ण निर्णय लेते हुए 5 अगस्त को विशेष राज्य प्राप्त राज्य जम्मू कश्मीर से धारा 370 हटाकर उसे केंद्र शासित प्रदेश में तब्दील कर दिया। कश्मीर का भारत में पूर्ण रूप से संवैधानिक विलय हो चुका है देश के बटवारे के समय जम्मू कश्मीर के राजा हरि सिंह ने फैसले पर हस्ताक्षर किए थे 27 अक्टूबर 1947 को कश्मीर भारत मैं विलय हुआ था। आजादी के बाद से भी भारत पाकिस्तान के साथ तीन बार जंग लड़ चुका है। लड़ाई में हमेशा भारत ने पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब देते हुए करारी हार झेलनी पड़ी है। 1999 के कारगिल युद्ध में शहीद हुए अनिल कुमार तोमर के बावली गांव में ईटीवी भारत ने उनके परिवारजनों से बात की। आपको बता दें कि शहीद अनिल तोमर से पहले भी उनके दादा पिता और ताऊ ने भारतीय सेना में अपनी सेवाएं दी है। शहीद अनिल तोमर के पिता का कहना है कि भारत सरकार शहीदों के परिवार की तरफ की तरफ ध्यान नहीं दे रही है। उत्तर प्रदेश की तरफ से आने वाली सहित परिवार को पेंशन भी बंद कर दी गई है। तो वहीं कश्मीर में 370 हटाए जाने के ऊपर बोला कि सरकार अगर यह फैसला पहले ले लिया होता तो जो भारत पाकिस्तान के बीच लड़ाई या ना होती। जिससे देश को जानमाल का खतरा भी कम होता।


बाईट - पूर्व फौजी सुल्तान सिंह

बाईट- फौजी सरदार सिंह






Conclusion:
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.