बागपत: कृषि कानूनों के विरोध में बागपत जनपद के दिल्ली-सहारनपुर हाइवे 709B पर कस्बा बड़ौत में पिछले 16 दिनों किसान धरने पर बैठे हुए हैं. किसान तीनों कृषि कानूनों को वापिस लेने की मांग कर रहे हैं. सोमवार को 17 वें दिन जनपद के चौगामा क्षेत्र के किसान ट्रैक्टर ट्रॉलियों में बैठकर धरना स्थल पर पहुंचे और किसानों के धरने में शामिल होकर सरकार के खिलाफ उग्र आंदोलन करने की रणनीति भी बनाई है. वहीं दिल्ली के सिंघु बॉर्डर के धरना स्थल से बागपत के धरने में पहुंचे पंजाब के किसानों ने जनपद के किसानों का समर्थन मांगा है.
एकजुट होकर करें आंदोलन
पंजाब के किसानों ने एकजुट होकर आंदोलन करने की बात कहकर लोगों को जागरूक करने का आह्वान किया है. कहा कि सरकार या तो हमारी जायज मांगों को मां ले, नहीं तो 26 जनवरी को ट्रेक्टरों में यात्रा निकाली जाएगी. पंजाब के किसानों ने कहा कि सिंघु बॉर्डर से आए हैं, जो यहां किसान बैठे हैं उनका साथ देने के लिए आए हैं उनका साथ मांगने आए हैं. उनको यह बताने आए हैं कि जिस समय वो हमको आवाज देंगे हम उनके साथ आकर यहां पर खड़े होंगे. उनको यह भी बोलने आए हैं आप भी वहां पर आकर हमारा साथ दो.
पंजाब के किसानों ने कहा कि सरकार से हाथ जोड़कर ये ही प्रार्थना है, जो मांग है हम कोई आसमान के तारे नही मांग रहे हमारी जो मांग है एक दम जायज मांग है हाथ जोड़कर विनती है सरकार हमारी मांग सुन ले. हमारी मांगे पूरी करे नहीं तो ये फैसला हुआ है कि 26 जनवरी को ट्रैक्टर यात्रा निकाली जाएगी.