बागपतः भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत ने कहा कि जब तक तीनों कृषि कानून रद्द नहीं होंगे, तब तक आंदोलन चलता रहेगा. उन्होंने कहा कि भाकियू गैर राजनीतिक संगठन है और हम चुनाव नहीं लड़ेंगे. 5 सितंबर को मुजफ्फरनगर में महापंचायत होगी, जिसमें कड़े फैसले लिए जाएंगे. उन्होंने कहा कि इस सरकार को बड़ी-बड़ी कंपनियां चला रही हैं.
राकेश टिकैत ने कहा कि 5 सितंबर को मुजफ्फरनगर में बड़ा प्रोग्राम है. जिसकी वजह से यहां से निकलते वक्त लोगों से मिलने आये हैं. हमारे बीच महापंचायत होगी. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अगर किसी पार्टी की सरकार होती तो वो जरूर किसानों से मिलती. लेकिन सरकार को कंपनियां चला रही हैं. देश में पार्लियामेंट से बड़ा व्यापारी है. देश में व्यापारी के गोदाम पहले बन गए पार्लियामेंट में बिल बाद में पास हुआ. इसका मतलब बड़े व्यापारियों को पता था. कानून पार्लियामेंट में क्या बनेंगे जब इंडस्ट्री की पहुंच देश के पार्लियामेंट तक हो जाएगी. इससे देश नहीं बढ़ सकता बल्कि कंपनियां बढ़ेंगी. जिससे आम जनता की जेब से पैसा जाएगा.
हम कोई चुनाव नही लड़ रहे वो गलत भ्रांतिया फैलाते हैं. हम न चुनाव लड़ेंगे ना हमारी कोई पार्टी है. कोई भी सरकार किसान के खिलाफ कानून लेकर आयेगी तो हम उसका विरोध करेंगे. जब तक कानून वापसी नही होगी तब तक घर वापसी नहीं होगी. बीच के रास्ते से नुकसान हमारा होगा. कीमतें हमारी नहीं बढ़ रहीं हैं, फसले आधे रेट पर बेच रहे हैं. देश का किसान न तो कमजोर था ना है और ना होगा. देश को आंदोलन बचायेगा. गरीबों ने हमेशा देश की लड़ाई लड़ी है.
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जब भी देश में आजादी की लड़ाई लड़ी गई, गरीब आदमी ने वो लड़ाई लड़ी. ऐतिहासिक पंचायत होगी, जिसमें राजनीतिक पार्टी का कोई नहीं होगा. हम किसी को समर्थन नहीं देंगे. हम जनता की अदालत में जाएंगे. देश में एमएसपी पर खरीद नहीं हो रही है. एमएसपी पर खरीद बड़े व्यापारी कर रहे हैं.