बागपत: बावली गांव की एक दर्जन से अधिक महिलाएं इन दिनों तिरंगा बनाने में दिन-रात एक किए हुए हैं. महिलाएं झंडे इसलिए बना रही हैं, जिससे 26 जनवरी को किसानों की परेड में शामिल होने वाले सभी ट्रैक्टरों पर इनको लगाया जा सके.
बुजुर्ग महिलाएं भी कर रहीं मदद
झंडे बनाने वाली इन महिलाओं में आधी महिलाएं तो बुजुर्ग हैं. आंखों से कम दिखने के बावजूद ये महिलाएं झंडे बनाने में कड़ी मशक्कत के साथ जुटी हुई हैं. इनका जज्बा देखकर इनकी पुत्रवधू भी पूरे जोश के साथ झंडे बनाने में मदद कर रही हैं. इन महिलाओं का कहना है कि कृषि कानूनों के विरोध में उनके पति, बच्चे, भाई आंदोलन कर रहे हैं. फिर ऐसे में वे पीछे क्यों रह जाएं.
'गर्व है हमें'
महिलाओं का कहना है कि परिवार के सब लोग झंडे बना रहे हैं. जो किसान भाई दिल्ली जाएंगे उनके ट्रैक्टर पर लगाने के लिए करीब 150 झंडे बन गए हैं. कल तक और ज्यादा से ज्यादा झंडे बनाने की कोशिश करेंगे. हमें किसानों के लिए झंडे बनाने का मौका मिला है, इस बात का हमें गर्व है.