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बागपत जिला पंचायत कार्यालय का प्रशासनिक अधिकारी घूस लेते गिरफ्तार, जानिए मामला - बागपत में घूसखोरी के मामले

एंटी करप्शन की टीम ने बागपत के जिला पंचायत कार्यालय के प्रशासनिक अधिकारी सुभाष तोमर को 10 हजार रुपये घूस लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है. आरोपी तोमर होटल और विवाह मंडप निर्माण की एनओसी देने की एवज में 50 हजार की घूस मांगी थी. आरोपी प्रशासनिक अधिकारी के खिलाफ शहर कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया गया है.

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Published : May 2, 2023, 10:54 AM IST

बागपत जिला पंचायत कार्यालय का प्रशासनिक अधिकारी घूस लेते गिरफ्तार, जानिए मामला.

बागपत : जिवाना गुलियान निवासी गौरव सोलंकी ने जिला पंचायत के प्रशासनिक अधिकारी सुभाष तोमर के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण संगठन थाना एंटी करप्शन मेरठ को रिश्वत मांगने के मामले में शिकायत की थी. गौरव सोलंकी ने शिकायत की हुई थी कि बड़ौत-बिनोली रोड पर उनके द्वारा बनाए जा रहे होटल और विवाह मंडप की एनओसी देने के एवज में प्रशासनिक अधिकारी सुभाष तोमर द्वारा रिश्वत मांगी जा रही है. 30 हजार रुपये वह पहले ही दे चुका है, लेकिन अभी और पैसा देने का दबाव बनाया जा रहा है. इस शिकायत पर मेरठ से आई एंटी करप्शन की टीम ने अपना जाल बिछाया और जिला पंचायत कार्यालय बागपत में प्रशासनिक अधिकारी के पद पर तैनात सुभाष तोमर निवासी को 10 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों धर दबोचा. टीम द्वारा बागपत कोतवाली में आरोपी सुभाष तोमर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है. एंटी करप्शन की टीम और पुलिस पकड़े गए आरोपी से पूछताछ करने में जुटी है. इस कार्यवाही के बाद से जिला पंचायत कार्यालय में भी हड़कम्प की स्थिति है.

पहले भी रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़े गए अधिकारी

वर्ष 2016 में लुहारी गांव के सुधीर ने अपनी राशन की निलंबित दुकान बहाल कराए जाने की एवज में मांगी जा रही रिश्वत की शिकायत एंटी करप्शन टीम को की थी. टीम ने बड़ौत तहसील में तैनात सप्लाई इंस्पेक्टर सुधीर पाल सिंह निवासी मेरठ को 10 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा था.

वर्ष 2018 में बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय में कार्यरत स्टेनो विनोद मसीह को एंटी करप्शन मेरठ की टीम ने 5 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ था. स्टेनो ने प्राथमिक विद्यालय नंबर एक छपरौली के सहायक शिक्षक सोमित बिश्नोई से गैरहाजिरी काटने के नाम पर रिश्वत ली थी.


वर्ष 2020 में उत्तर प्रदेश के बागपत में एंटी करप्शन ब्यूरो मेरठ की टीम ने चांदीनगर क्षेत्र के खेकड़ा थाने की रटौल चौकी के इंचार्ज विजय सिंह को गांव डगरपुर की प्रधान के ससुर से नाली के विवाद में 10 हजार रुपये की रिश्वत लेते पकड़ा था. डगरपुर गांव की प्रधान पूनम के ससुर ने एंटी करप्शन टीम मेरठ को जानकारी दी थी कि नाली के एक विवाद में चौकी इंचार्ज उनके पक्ष में कार्रवाई करने के नाम पर 30 हजार मांग रहे हैं.

वर्ष 2022 मे बड़ौत तहसील क्षेत्र के निरपुड़ा गांव के किसान से सरकारी खाद के गड्ढों से अतिक्रमण हटवाने के नाम पर 10 हजार रुपये की मांग कर रहे लेखपाल को एंटीकरप्शन की टीम ने रंगे हाथों दबोच लिया था. टीम ने आरोपी लेखपाल कृष्णपाल शर्मा को कोतवाली पुलिस के सुपुर्द करते हुए उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था. निरपुडा गांव के किसान जगदीश ने 27 जनवरी को गांव में सरकारी खाद के गड्ढों को कब्जामुक्त कराने के लिए एसडीएम दफ्तर में शिकायत की थी.


यह भी पढ़ें : स्मार्ट सिटी कार्यों के भुगतान न होने पर सस्पेंड होंगे अधिकारी, कमिश्नर ने दिया अल्टीमेटम

बागपत जिला पंचायत कार्यालय का प्रशासनिक अधिकारी घूस लेते गिरफ्तार, जानिए मामला.

बागपत : जिवाना गुलियान निवासी गौरव सोलंकी ने जिला पंचायत के प्रशासनिक अधिकारी सुभाष तोमर के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण संगठन थाना एंटी करप्शन मेरठ को रिश्वत मांगने के मामले में शिकायत की थी. गौरव सोलंकी ने शिकायत की हुई थी कि बड़ौत-बिनोली रोड पर उनके द्वारा बनाए जा रहे होटल और विवाह मंडप की एनओसी देने के एवज में प्रशासनिक अधिकारी सुभाष तोमर द्वारा रिश्वत मांगी जा रही है. 30 हजार रुपये वह पहले ही दे चुका है, लेकिन अभी और पैसा देने का दबाव बनाया जा रहा है. इस शिकायत पर मेरठ से आई एंटी करप्शन की टीम ने अपना जाल बिछाया और जिला पंचायत कार्यालय बागपत में प्रशासनिक अधिकारी के पद पर तैनात सुभाष तोमर निवासी को 10 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों धर दबोचा. टीम द्वारा बागपत कोतवाली में आरोपी सुभाष तोमर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है. एंटी करप्शन की टीम और पुलिस पकड़े गए आरोपी से पूछताछ करने में जुटी है. इस कार्यवाही के बाद से जिला पंचायत कार्यालय में भी हड़कम्प की स्थिति है.

पहले भी रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़े गए अधिकारी

वर्ष 2016 में लुहारी गांव के सुधीर ने अपनी राशन की निलंबित दुकान बहाल कराए जाने की एवज में मांगी जा रही रिश्वत की शिकायत एंटी करप्शन टीम को की थी. टीम ने बड़ौत तहसील में तैनात सप्लाई इंस्पेक्टर सुधीर पाल सिंह निवासी मेरठ को 10 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा था.

वर्ष 2018 में बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय में कार्यरत स्टेनो विनोद मसीह को एंटी करप्शन मेरठ की टीम ने 5 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ था. स्टेनो ने प्राथमिक विद्यालय नंबर एक छपरौली के सहायक शिक्षक सोमित बिश्नोई से गैरहाजिरी काटने के नाम पर रिश्वत ली थी.


वर्ष 2020 में उत्तर प्रदेश के बागपत में एंटी करप्शन ब्यूरो मेरठ की टीम ने चांदीनगर क्षेत्र के खेकड़ा थाने की रटौल चौकी के इंचार्ज विजय सिंह को गांव डगरपुर की प्रधान के ससुर से नाली के विवाद में 10 हजार रुपये की रिश्वत लेते पकड़ा था. डगरपुर गांव की प्रधान पूनम के ससुर ने एंटी करप्शन टीम मेरठ को जानकारी दी थी कि नाली के एक विवाद में चौकी इंचार्ज उनके पक्ष में कार्रवाई करने के नाम पर 30 हजार मांग रहे हैं.

वर्ष 2022 मे बड़ौत तहसील क्षेत्र के निरपुड़ा गांव के किसान से सरकारी खाद के गड्ढों से अतिक्रमण हटवाने के नाम पर 10 हजार रुपये की मांग कर रहे लेखपाल को एंटीकरप्शन की टीम ने रंगे हाथों दबोच लिया था. टीम ने आरोपी लेखपाल कृष्णपाल शर्मा को कोतवाली पुलिस के सुपुर्द करते हुए उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था. निरपुडा गांव के किसान जगदीश ने 27 जनवरी को गांव में सरकारी खाद के गड्ढों को कब्जामुक्त कराने के लिए एसडीएम दफ्तर में शिकायत की थी.


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