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बदायूं: आवास विकास के कब्जे से निराश किसान करेंगे हाईकोर्ट का रुख

उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले के नगला गांव के किसानों की जमीन पर आवास विकास ने कब्जा कर लिया है. किसानों को ये अफसोस है कि खेतों में खड़ी उनकी फसल को रौंद दिया गया, जबकि खड़ी फसल को उजाड़ने का अधिकार किसी को नहीं है.

जानकारी देते किसान.
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Published : Aug 30, 2019, 7:36 AM IST

बदायूं: नगला शर्की गांव के किसानों की जमीन पर आवास विकास ने कब्जा कर लिया है. किसानों की 87 एकड़ जमीन पर प्रशासन ने आवास विकास को कब्जा दिलवाया है. इस दौरान भारी मात्रा में पुलिस बल मौके पर तैनात रहा. आवास विकास सन 1980 के हिसाब से मुआवजा दे रहा है, जबकि मांग है कि वर्तमान रेट से मुआवजा मिले.

जानकारी देते किसान.

ये भी पढ़ें:- बदायूं: जिला महिला अस्पताल में मानवता हुई शर्मसार, महिला को भर्ती करने से किया इनकार

किसानों की जमीन पर आवास विकास का कब्जा-

  • बदायूं के नगला गांव के किसानों की जमीन पर आवास विकास ने कब्जा कर लिया है.
  • आवास विकास के फेज थ्री के लिए किए गए भूमि अधिग्रहण के बदले वर्तमान रेट से मुआवजे की मांग को लेकर किसान आंदोलन पहले भी करते रहे हैं.
  • बहुत से परिवार ऐसे हैं, जिनकी थोड़ी सी ही जमीन थी वह भी आवास विकास में चली गई.
  • मामला कोर्ट में भी चल रहा है, तब भी किसानों की 87 एकड़ जमीन पर प्रशासन ने आवास विकास को कब्जा दिलवा दिया.
  • जिसका किसानों ने विरोध भी किया पर उनकी फरियाद किसी ने नहीं सुनी.
  • तमाम किसान ऐसे हैं, जिन्हें आज तक जमीन का पैसा नहीं मिला है.
  • कई ने पैसा आवास विकास से लिया ही नहीं, क्योंकि केस कोर्ट में चल रहा है.

बदायूं: नगला शर्की गांव के किसानों की जमीन पर आवास विकास ने कब्जा कर लिया है. किसानों की 87 एकड़ जमीन पर प्रशासन ने आवास विकास को कब्जा दिलवाया है. इस दौरान भारी मात्रा में पुलिस बल मौके पर तैनात रहा. आवास विकास सन 1980 के हिसाब से मुआवजा दे रहा है, जबकि मांग है कि वर्तमान रेट से मुआवजा मिले.

जानकारी देते किसान.

ये भी पढ़ें:- बदायूं: जिला महिला अस्पताल में मानवता हुई शर्मसार, महिला को भर्ती करने से किया इनकार

किसानों की जमीन पर आवास विकास का कब्जा-

  • बदायूं के नगला गांव के किसानों की जमीन पर आवास विकास ने कब्जा कर लिया है.
  • आवास विकास के फेज थ्री के लिए किए गए भूमि अधिग्रहण के बदले वर्तमान रेट से मुआवजे की मांग को लेकर किसान आंदोलन पहले भी करते रहे हैं.
  • बहुत से परिवार ऐसे हैं, जिनकी थोड़ी सी ही जमीन थी वह भी आवास विकास में चली गई.
  • मामला कोर्ट में भी चल रहा है, तब भी किसानों की 87 एकड़ जमीन पर प्रशासन ने आवास विकास को कब्जा दिलवा दिया.
  • जिसका किसानों ने विरोध भी किया पर उनकी फरियाद किसी ने नहीं सुनी.
  • तमाम किसान ऐसे हैं, जिन्हें आज तक जमीन का पैसा नहीं मिला है.
  • कई ने पैसा आवास विकास से लिया ही नहीं, क्योंकि केस कोर्ट में चल रहा है.
Intro:बदायूँ में नगला शर्की गाँव का किसान आवास विकास द्वारा उनकी जमीन पर कब्जा कर लेने के बाद निराश है, आप को बता दे कि नगला के किसानों की 87 एकड़ जमीन पर कल प्रशासन ने आवास विकास को कब्जा दिलवाया था,इस दौरान भारी मात्रा में पुलिस बल मौके पर तैनात रहा ,ग्रामीणों का कहना है कि आवास विकास सन 1980 के हिसाब से मुआवजा दे रहा है,जबकि हमारी मांग है कि बर्तमान रेट से मुआवजा मिले, क्या है किसानों की मांग और क्या होगी आगे की रणनीति इसी पर हमारी टीम ने आज नगला के किसानों से बात की।


Body:बदायूं के नगला गाँव का किसान अब निराश है ,बहुत से परिवार ऐसे है जिनके थोड़ी सी ही जमीन थी वह भी आवास विकास में चली गई, कुछ किसान ऐसे है कि जिनकी करोड़ो की जमीन कौड़ियों में चली गई, लेकिन इस कार्यवाही से निराश पूरा गांव है , आवास विकास के फेज थ्री के लिए किये गये भूमि अधिग्रहण के बदले बर्तमान रेट से मुआवजे की मांग को लेकर किसान आंदोलन पहले भी करते रहे है उनका कहना है कि उनका मामला कोर्ट में भी चल रहा है, तब भी किसानों की 87 एकड़ जमीन पर प्रशासन ने आवास विकास को कब्जा दिलवा दिया ,जिसका किसानों ने विरोध भी किया पर उनकी फरियाद किसी ने भी नही सुनी,तमाम किसान ऐसे है जिन्हें आजतक कोई उनकी जमीन का पैसा नही मिला,कुछ ऐसे है जिन्होंने कोई पैसा आवास विकास से लिया ही नही,क्योकि उनका केस कोर्ट में चल रहा था।


Conclusion:बहीं कुछ किसानों को ये अफसोस भी है कि खेतों में खड़ी उनकी फसल को रौंद दिया गया,जबकि खड़ी फसल को उजाड़ने का अधिकार नही है,लेकिन उसके बाद भी किसानों की किसी ने नही सुनी ,किसानों ने बताया कि अब वह इस सब के खिलाफ हाईकोर्ट जाने की तैयारी कर रहे हैं।

वाक थ्रो----समीर सक्सेना


समीर सक्सेना
बदायूँ
8630132286
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