बदायूं: जनपद के ब्लाक म्याऊं के ग्राम पंचायत करीमपुर में सोमवार को कुछ छुट्टा और गोशाला की गाय खेतों में चरने गई थीं. जहरीला चारा खाने से तीन गोवंशों की मौत हो गई. गोवंशों की मौत की खबर सुनकर दातागंज तहसीलदार, सीडीओ, कानूनगो और चौकी इंचार्ज रणजीत बहादुर, थाना अध्यक्ष आलापुर ओपी गौतम मौके पर पहुंच गए. वहीं अब तक म्याऊं पशु चिकित्सक नहीं पहुंचे हैं. उधर ग्रामीणों ने बताया कि पशु चिकित्सक को फोन किया तो उन्होंने फोन स्विच ऑफ कर लिया.
बताते हैं कि करीमपुर गांव में गोशाला नहीं है, पर सैकड़ों गोवंश करीमपुर प्राथमिक स्कूल के पास बैठते हैं. सुबह दिन निकलते ही इधर-उधर चरने निकल जाते थे. वैसा ही मंगलवार को हुआ. दर्जनों गोवंशों के पेट बुरी तरह से फूले हुए थे और मुंह से खून और झाग निकाल रहे थे. वहीं दो गाय और एक सांड़ ने तड़प-तड़प के दम तोड़ दिया. कई बेहोश पड़े मिले.
ग्राम प्रधान पति राजपाल सिंह ने म्याऊं के पशु चिकित्सक को फोन किया. सूचना पर पशु चिकित्सालय से आए लोगों ने जानवरों का उपचार किया. प्रधान पति ने वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराया तो एलयू विकास और राजीव कुमार मौके पर पहुंचे. उन्होंने ग्रामीणों की मदद से उपचार किया. इधर मौके पर दातागंज तहसीलदार, बदायूं सीडीओ पहुंचे. वहीं डॉक्टर के नहीं पहुंचने पर ग्रामीणों ने रोष भी व्याप्त किया.
बताते हैं कि म्याऊं पशु चिकित्सक बदायूं में निवास करते हैं और दो-चार दिन में एक बार आते हैं. तहसीलदार ने तीनों गोवंशों को जेसीबी से दफन करवा दिया है.