बदायूं: जिले में स्थित एसएसपी ऑफिस के सोमवार को उस समय अजीब-गरीब स्थिति पैदा हो गई, जब कुछ लोगों ने एक मृतक का शव रखकर रोड पर जाम लगा दिया. इसकी जानकारी मिलते ही पुलिस तत्काल मौके पर पहुंची और मृतक के परिजनों से जाम लगाने का कारण पूछा. परिजनों का आरोप था कि वह वजीरगंज थाना क्षेत्र के ग्राम गोठा के रहने वाले हैं, उनका भाई दुर्वेश 3 दिन पूर्व घायल अवस्था में रोड पर पड़ा मिला था, जिसके बाद उन्होंने उसे इलाज के लिए भर्ती करवाया. इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. परिजनों का कहना था कि मृतक की हत्या की गई है और पुलिस उनकी सुनवाई नहीं कर रही.
मृतक के परिजनों का कहना है कि दुर्वेश की हत्या हुई है, लेकिन पुलिस आरोपियों को गिरफ्तार नहीं कर रही है. मृतक के परिजनों द्वारा शव पुलिस ऑफिस के बाहर रखे जाने की सूचना मिलने पर ऑफिस में बैठे अधिकारियों में हड़कंप मच गया. तुरंत अधिकारी ऑफिस से बाहर निकल कर आए और परिजनों को समझाने लगे.
मृतक के भाई ने दी जानकारी
मृतक के भाई ने बताया कि हमारे गांव का ही रहने वाला भूपेंद्र हमारे भाई को घर से बुलाकर ले गया था. उसके साथ मारपीट की थी और उसे सड़क किनारे डाल गया था, जिसकी सूचना हमें पुलिस वालों से मिली थी. घायल अवस्था में हम उसे इलाज के लिए ले गए थे. इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. पुलिस का कहना है कि मृतक 6 माह से बीमार था, जो सरासर गलत है.
एसएसपी ने बताया
वहीं पूरे मामले पर एसएसपी संकल्प शर्मा का कहना है कि परिजनों की तहरीर के आधार पर कल ही वजीरगंज थाना पुलिस द्वारा मुकदमा लिख लिया गया है. परिजनों का यह आरोप की पुलिस ने उन्हें डांटकर भगा दिया, जोकि गलत है, क्योंकि कल ही उनकी तहरीर के आधार पर मुकदमा इस घटना के संबंध में दर्ज की जा चुकी है.