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बदायूं में धरने पर बैठे कोटेदार, राशन वितरण बन्द का किया एलान - बदायू के कोटेदारो ने मीटिंग का आयोजन किया

जिले में सस्ता गल्ला विक्रेता परिषद बदायूं ने प्रदेश अध्यक्ष के साथ अपनी मांगों को लेकर सोमवार से गल्ले का वितरण न करने का निर्णय लिया है. कोटेदारों ने अपनी 11 सूत्रीय मांगों को लेकर बदायूं के मालवीय आवास गृह पर अपनी अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी है और जिले में राशन वितरण पूरी तरह बंद कर दिया गया है.

कोटेदार 11 सूत्रीय मांगों को लेकर बैठे धरने पर, राशन वितरण बन्द
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Published : May 13, 2019, 5:58 PM IST

Updated : May 13, 2019, 9:13 PM IST

बदायूं: उत्तर प्रदेश सस्ता गल्ला विक्रेता परिषद बदायूं के समस्त कोटेदारों ने एक मीटिंग का आयोजन किया. जिसमें शहरी व ग्रामीण क्षेत्र के कोटेदारों ने भाग लिया. इस बैठक में कई बिंदुओं पर चर्चा की गई और यह निर्णय लिया गया कि जब तक मांगों का निस्तारण नहीं हो जाता तब तक शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों के कोटेदार मई का राशन वितरित नहीं करेंगे. इसी दौरान कोटेदारों धनराशि जमा नहीं की जाएगी. किसी भी दशा में माल नहीं उठाया जाएगा.

कोटेदार 11 सूत्रीय मांगों को लेकर बैठे धरने पर, राशन वितरण बन्द


कोटेदारों की प्रमुख 11 सूत्रीय मांगें निम्न है.

  • जनपद के कोटेदारों को अन्य प्रदेश की भांति 200 रुपये प्रति कुंतल लाभांश दिलवाया जाए.
  • उचित दर विक्रेताओं को राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम 2013 में यह स्पष्ट प्रावधान है कि कोटेदार को 'खाद्यान्न डोर स्टेप डिलीवरी' के माध्यम से राशन दुकानों पर बोरे के वजन सहित पूरी मात्रा में पहुंचाये जाने का आदेश दिया जाए.
  • उचित दर विक्रेता के द्वारा एमडीएम का उठाना न करा कर के सीधे स्कूल के प्रधानाचार्य के द्वारा कराया जाए.
  • इसी तरह की 11 सूत्रीय मांगों के साथ जनपद के समस्त कोटेदार हड़ताल पर चले गये हैं और राशन वितरण को पूरी तरह बंद कर दिया गया है.

अन्य प्रदेशों में 200 रुपये प्रति कुंटल का कमीशन दिया जा रहा है जबकि हमें 70रुपये प्रति कुंटल ही कमीशन मिलता है. हमारा कमीशन अन्य प्रदेशों के बराबर ही किया जाए. गोदाम से गल्ला उठाकर दुकान तक ठेकेदार नहीं पहुंचा रहा है जबकि यह व्यवस्था हर जिले में लागू है तो हमें भी गल्ला गोदाम से दुकान पर ही मिलना चाहिए .जब तक हमारी सभी मांगें पूरी नहीं हो जाती तब तक पूरे जिले में राशन वितरण पूरी तरह से बंद रहेगा.
अनिल कुमार साहू जिलाध्यक्ष

बदायूं: उत्तर प्रदेश सस्ता गल्ला विक्रेता परिषद बदायूं के समस्त कोटेदारों ने एक मीटिंग का आयोजन किया. जिसमें शहरी व ग्रामीण क्षेत्र के कोटेदारों ने भाग लिया. इस बैठक में कई बिंदुओं पर चर्चा की गई और यह निर्णय लिया गया कि जब तक मांगों का निस्तारण नहीं हो जाता तब तक शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों के कोटेदार मई का राशन वितरित नहीं करेंगे. इसी दौरान कोटेदारों धनराशि जमा नहीं की जाएगी. किसी भी दशा में माल नहीं उठाया जाएगा.

कोटेदार 11 सूत्रीय मांगों को लेकर बैठे धरने पर, राशन वितरण बन्द


कोटेदारों की प्रमुख 11 सूत्रीय मांगें निम्न है.

  • जनपद के कोटेदारों को अन्य प्रदेश की भांति 200 रुपये प्रति कुंतल लाभांश दिलवाया जाए.
  • उचित दर विक्रेताओं को राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम 2013 में यह स्पष्ट प्रावधान है कि कोटेदार को 'खाद्यान्न डोर स्टेप डिलीवरी' के माध्यम से राशन दुकानों पर बोरे के वजन सहित पूरी मात्रा में पहुंचाये जाने का आदेश दिया जाए.
  • उचित दर विक्रेता के द्वारा एमडीएम का उठाना न करा कर के सीधे स्कूल के प्रधानाचार्य के द्वारा कराया जाए.
  • इसी तरह की 11 सूत्रीय मांगों के साथ जनपद के समस्त कोटेदार हड़ताल पर चले गये हैं और राशन वितरण को पूरी तरह बंद कर दिया गया है.

अन्य प्रदेशों में 200 रुपये प्रति कुंटल का कमीशन दिया जा रहा है जबकि हमें 70रुपये प्रति कुंटल ही कमीशन मिलता है. हमारा कमीशन अन्य प्रदेशों के बराबर ही किया जाए. गोदाम से गल्ला उठाकर दुकान तक ठेकेदार नहीं पहुंचा रहा है जबकि यह व्यवस्था हर जिले में लागू है तो हमें भी गल्ला गोदाम से दुकान पर ही मिलना चाहिए .जब तक हमारी सभी मांगें पूरी नहीं हो जाती तब तक पूरे जिले में राशन वितरण पूरी तरह से बंद रहेगा.
अनिल कुमार साहू जिलाध्यक्ष

Intro:बदायूं उत्तर प्रदेश सस्ता गल्ला विक्रेता परिषद बदायूं ने प्रदेश अध्यक्ष के आवाहन पर अपनी मांगों को लेकर आज से गल्ले का वितरण ना करने का निर्णय लिया है, शहरी व ग्रामीण क्षेत्र के समस्त कोटेदार आज से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं, कोटेदारों ने अपनी 11 सूत्रीय मांगों को लेकर बदायूं के मालवीय आवास गृह पर अपनी अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी है और जिले में राशन वितरण पूरी तरह बंद कर दिया गया है।


Body:उत्तर प्रदेश सस्ता गल्ला विक्रेता परिषद बदायूं के समस्त कोटेदारों द्वारा एक मीटिंग का आयोजन किया गया जिसमें शहरी व ग्रामीण क्षेत्र के कोटेदारों ने भाग लिया जिसमें अपनी मांगों पर निम्न बिंदुओं पर चर्चा की गई एवं सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया कि जब तक प्रमुख मांगों का निस्तारण नहीं हो जाता तब तक शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों के कोटेदार द्वारा मई महा का वितरण नहीं किया जाएगा तथा चालक द्वारा धनराशि जमा नहीं की जाएगी किसी भी दशा में माल नहीं उठाया जाएगा कोटेदारों की प्रमुख 11 सूत्रीय मांगे निम्न है।

जनपद के कोटेदारों को अन्य प्रदेश की भांति ₹200 प्रति कुंतल लाभांश दिलवाया जाए।

उचित दर विक्रेताओं को राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम 2013 में यह स्पष्ट प्रावधान है कि कोटेदार को खाद्यान्न डोर स्टेप डिलीवरी के माध्यम से राशन दुकानों पर बोरे के वजन सहित पूरी मात्रा में पहुंचाया जाने का आदेश दिया जाए।

उचित दर विक्रेता के द्वारा एमडीएम का उठाना ना करा कर सीधे स्कूल के प्रधानाचार्य के द्वारा कराया जाए।

इसी तरह की 11 सूत्रीय मांगों के साथ जनपद के समस्त कोटेदार हड़ताल पर चले गये है और राशन वितरण को पूरी तरह बंद कर दिया गया है।



Conclusion:बही पूरे मामले पर उत्तर प्रदेश सस्ता गल्ला विक्रेता परिषद के जिलाध्यक्ष अनिल कुमार साहू का कहना है कि अन्य प्रदेशों में ₹200 कुंटल का कमीशन दिया जा रहा है जबकि हमें ₹70 प्रति कुंटल ही कमीशन मिलता है हमारा कमिशन अन्य प्रदेशों के बराबर ही किया जाए साथ ही उन्होंने कहा कि गोदाम से गल्ला उठाकर दुकान तक ठेकेदार नहीं पहुंचा रहा है जबकि यह व्यवस्था हर जिलों में लागू है तो हमें भी गल्ला गोदाम से दुकान पर ही मिलना चाहिए उनका कहना है कि जब तक हमारी सभी मांगें पूरी नहीं हो जाती तब तक पूरे जिले में राशन वितरण पूरी तरह से बंद रहेगा।

बाइट--अनिल कुमार साहू (जिलाध्यक्ष)


समीर सक्सेना
बदायूँ
9412655086
Last Updated : May 13, 2019, 9:13 PM IST
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