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बदायूं: नहीं थम रहा अस्पताल में मौतों का सिलसिला, 20 दिन में 13 बच्चों की मौत

उत्तर प्रदेश के बदायूं में जिला महिला अस्पताल में पिछले 20 दिनों में कई नवजात बच्चों की मौत हो गई है. 15 बेड वाले एसएनसीयू में एक बेड पर दो-दो बच्चों का इलाज किया जा रहा है, जिससे संक्रमण फैल रहा है.

बदायूं जिला अस्पताल.
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Published : Aug 10, 2019, 5:11 PM IST

बदायूं: जिला महिला अस्पताल में बने एसएनसीयू में पिछले 20 दिनों में कई नवजात बच्चों की मौतों ने स्वास्थ महकमे पर सवालिया निशान खड़ा कर दिया है. 15 बेड बाले एसएनसीयू का हाल ऐसा कि एक बेड पर दो-दो नवजात बच्चों का इलाज किया जा रहा है, जिससे संक्रमण फैल रहा है.

जानकारी देते डॉ. संदीप वाष्णेय.

क्या है पूरा मामला-

  • जिला महिला अस्पताल में 15 बेड का एसएनसीयू एक साल पहले बनाया गया था.
  • ये सरकार की तरफ से नवजात बच्चों की उचित देखभाल के लिए बनाया गया था.
  • पिछले 20 दिनों में यहां कई नवजात बच्चों की मौतें हो चुकी है.
  • इन मौतों ने स्वास्थ्य महकमे पर सवालिया निशान खड़े किये हैं.
  • डॉक्टरों ने संक्रमण तलाशने के लिये बायोलॉजिकल सर्वे कराने के लिये प्रस्ताव भेजा है.
  • उनका कहना है कि बेड की संख्या बढ़ाने के साथ ही स्टेपडाउन वार्ड बनाया जाए तभी संक्रमण थम सकता है.

पिछले 20 दिनों में यहां 105 बच्चे भर्ती होने के लिए आए और बेड मात्र 15 हैं. ऊपर से स्टाफ की कमी के कारण यहां नवजात बच्चों का उचित इलाज भी सम्भव नहीं हो पा रहा है. इसी वजह से यहां संक्रमण भी फैल रहा है. हमने यहां काफी कुछ स्थिति में सुधर किया है.
-डॉ. संदीप वाष्णेय,एसएनसीयू वार्ड, जिला महिला अस्पताल

बदायूं: जिला महिला अस्पताल में बने एसएनसीयू में पिछले 20 दिनों में कई नवजात बच्चों की मौतों ने स्वास्थ महकमे पर सवालिया निशान खड़ा कर दिया है. 15 बेड बाले एसएनसीयू का हाल ऐसा कि एक बेड पर दो-दो नवजात बच्चों का इलाज किया जा रहा है, जिससे संक्रमण फैल रहा है.

जानकारी देते डॉ. संदीप वाष्णेय.

क्या है पूरा मामला-

  • जिला महिला अस्पताल में 15 बेड का एसएनसीयू एक साल पहले बनाया गया था.
  • ये सरकार की तरफ से नवजात बच्चों की उचित देखभाल के लिए बनाया गया था.
  • पिछले 20 दिनों में यहां कई नवजात बच्चों की मौतें हो चुकी है.
  • इन मौतों ने स्वास्थ्य महकमे पर सवालिया निशान खड़े किये हैं.
  • डॉक्टरों ने संक्रमण तलाशने के लिये बायोलॉजिकल सर्वे कराने के लिये प्रस्ताव भेजा है.
  • उनका कहना है कि बेड की संख्या बढ़ाने के साथ ही स्टेपडाउन वार्ड बनाया जाए तभी संक्रमण थम सकता है.

पिछले 20 दिनों में यहां 105 बच्चे भर्ती होने के लिए आए और बेड मात्र 15 हैं. ऊपर से स्टाफ की कमी के कारण यहां नवजात बच्चों का उचित इलाज भी सम्भव नहीं हो पा रहा है. इसी वजह से यहां संक्रमण भी फैल रहा है. हमने यहां काफी कुछ स्थिति में सुधर किया है.
-डॉ. संदीप वाष्णेय,एसएनसीयू वार्ड, जिला महिला अस्पताल

Intro:बदायूं के जिला महिला अस्पताल में बने एसएनसीयू में पिछले 20 दिनों में कई जनवजात बच्चों की मौतों ने स्वास्थ महकमे पर सवालिया निशान खड़ा कर दिया है। 15 बेड बाले एसएनसीयू का हाल ऐसा कि एक बेड पर दो-दो नवजात बच्चों का इलाज किया जा रहा है जिससे संक्रमण फ़ैल रहा है। आखिर यहाँ के इन हालात का जिम्मेदार कौन है इस सवाल का जबाब किसी के पास नहीं। Body:यूँ तो सरकार की तरफ से नवजात बच्चों की उचित देखभाल के लिये बदायूं के जिला महिला अस्पताल में 15 बेड का एनएससीयू एक साल पहले बनाया गया था लेकिन अब यह नवजात बच्चों के लिए नर्क बनता जा रहा है। पिछ्ले 20 दिनों में यहां कई नवजात बच्चो की मौतें हो चुकी है जिसने स्वास्थ महकमे को परेशान करके रख दिया है। आखिर यह मौतें क्यों हो रही है है इसका जबाब किसी के पास नहीं है। एनएससीयू की देखभाल कर रहे डॉक्टर संदीप वाष्णेय का कहना है कि पिछले 20 दिनों में यहां 105 बच्चे भर्ती होने आये है और बेड मात्र 15 है ऊपर से स्टाफ की कमी के कारण यहां नवजात बच्चों का उचित इलाज भी सम्भब नहीं हो पा रहा है इसी बजह से यहां संक्रमण भी फ़ैल रहा है हमने यहां काफी कुछ स्थिति में सुधर किया है हालात जस के तस बने हुये है। डॉक्टर का कहना है कि हमने और भी संक्रमण तलाशने के लिये बायोलॉजिकल सर्वे कराने के लिये प्रस्ताब भेजा है लेकिन उस पर भी कोई कार्यवाही अभी तक नहीं हुई है। उनका कहना है कि बेड की संख्या बढ़ाने के साथ ही स्टेपडाउन बार्ड बनाया जाये तभी संक्रमण थम सकता है। Conclusion:एसएनसीयू वार्ड के डॉक्टर का कहना है कि यहां पर वेड की संख्या काफी कम है गंभीर बच्चों को हम लोग हायर सेंटर रेफर करते हैं तो हायर सेंटर भी इसका लखनऊ में है परिजन इतनी दूर बच्चों को नहीं ले जाना चाहते हैं जिससे मजबूरी बश एक बेड पर दो दो बच्चों को भर्ती करना पड़ रहा है हम लगातार मांग कर रहे हैं कि यहां पर बैडों की संख्या बढ़ाई जाए साथ ही यहां पर तैनात स्टाफ भी काफी कम है वार्ड में डाक्टर और स्टाफ की तैनाती भी और ज्यादा संख्या में होनी चाहिये।


बाइट-

डॉ संदीप वाष्णेय (एनएससीयू बार्ड जिला महिला अस्पताल बदायूं)

समीर सक्सेना
बदायूँ
8630132286
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