बदायूं: केंद्र सरकार ने जैसे ही बजट पेश किया था तो उन्होंने सबसे पहले दावा किया था कि सरकार ने किसान की आय 5 साल में दोगनी कर दी है. इस बजट को कई लोगों ने चुनाव से जोड़कर भी देखा, लेकिन ईटीवी भारत ने जब इसकी पड़ताल की तो सरकार के इस दावे में दम नजर नहीं आया.
किसानों का कहना था कि उनकी आय दोगुनी नहीं हुई है. हालांकि उन्होंने यह माना कि पहले से उनकी आय में इजाफा जरूर हुआ है. वहीं कुछ किसानों का कहना था कि उनकी आय में कोई बढ़ोतरी नहीं हुई है यानी दोगुना आय का दावा सरकार का फेल होता दिखा.
किसानों ने तमाम तरह की दिक्कतें भी बताई. उनका कहना था कि उन्हें टाइम से खाद नहीं मिल रही है वो खाद के लिए 5-5 दिन भटक रहे हैं. सुबह से काम को छोड़कर वह खाद के लिए लाइन में लग जाते थे. इसके साथ ही डीजल के दाम भी बढ़ गए हैं तो पहले से लागत भी ज्यादा आ रही है. ऐसे में आय दोगुनी कैसे होगी. हालांकि किसानों का कहना था कि इस बार गन्ने की फसल में उन्हें फायदा हुआ है और सरकार ने पूरा समर्थन भी किया है जिससे उन्हें फायदा भी हुआ है.
अगर बात की जाए कांग्रेस और बीजेपी सरकार की तो उनका कहना था कि उन्हें बीजेपी सरकार में फायदा हुआ है, लेकिन जो सरकार ने दावे किए थे कि किसानों की आय दोगुनी हो गयी वैसा कुछ नहीं हुआ है. यानी किसानों की आय के प्रति राय मिली-जुली मिली.