बदायूं : जिले में फैजगंज बेहटा नगर पंचायत में एक करोड़ से ज्यादा गबन का मामला सामने आया है. कुछ समय पहले लोकायुक्त ने मामले को गंभीरता से लेते हुए डीएम को जांच के निर्देश दिए. डीएम ने एडीएम प्रशासन राम निवास शर्मा को जांच सौंपी और जल्द ही घोटाले की कलई खुल गई. डीएम की रिपोर्ट के बाद अनिल कुमार वाजपेयी विशेष सचिव उत्तर प्रदेश शासन ने तत्कालीन ईओ और लिपिक को निलंबित करने के निर्देश दिए हैं.
बदायूं के नगर पंचायत फैजगंज बेहटा में हुआ लाखों रूपये का घोटाला
- पूर्व में टैक्स ऑफिसर मुकेश चंद्र जौहरी को ईओ फैजगंज बेहटा का चार्ज दे दिया गया था.
- उनके साथ ही उसावां के लिपिक रामवीर सिंह को वहां का अतिरिक्त काम सौंप दिया.
- इसी बीच निकाय चुनाव हुए तो वहां की पूरी पॉवर का फायदा उठाते हुए ईओ और लिपिक ने जमकर धांधली की और बैकडेट में टेंडर कर दिए.
- तमाम ऐसे उपकरणों का भुगतान निकाल लिया, जिनकी खरीदारी सिर्फ कागजों में ही हो रही थी. इस तरह से एक करोड़ से ज्यादा का गोलमाल किया गया.
- विशेष सचिव अनिल कुमार वाजपेयी ने नगर पंचायत फ़ैजगंज वेहटा में तैनात लेखाधिकारी रामवीर सिंह व अधिशासी अधिकारी के रूप में तैनात रहे मुकेश जौहरी को निलंबित करने के निर्देश दिए हैं.
- इन दोनों पर पूर्व में वित्तीय अनियमितता करने का आरोप लगा है.बदायूं में एक करोड़ से ज्यादा का घोटाला, ईओ और लिपिक निलंबित
बताया जाता है कि मुकेश जौहरी बरेली जिले की किसी नगर पंचायत में टैक्स कलेक्टर के पद पर कार्यरत हैं. वहीं पूरे मामले में तहसीलदार बिसौली का कहना है कि शासन स्तर से कार्रवाई की गई है और स्थानीय स्तर से भी जांच शासन को भेज दी गई है.