बदायूं : स्थानीय लोकसभा सीट से सपा सांसद धर्मेंद्र यादव ने बुधवार को नामांकन दाखिल किया. नामांकन दाखिल करते समय धर्मेंद्र यादव के चाचारामगोपाल यादव और सपा जिलाध्यक्ष आशीष यादव मौजूद रहे. इस दौरान ईटीवी भारत से खास बातचीत में धर्मेंद्र यादव ने कहा कि उनका मुकाबला किसी से नहीं, बल्कि जो बदायूं में विकास करेगा उससे है.
दरअसल बदायूं लोकसभा सीट पर वर्तमान समय में समाजवादी पार्टी का कब्जा है. इसे समाजवादी पार्टी का गढ़ भी कहा जाता है. यहां से समाजवादी पार्टी के थिंक टैंक कहे जाने वाले रामगोपाल यादव के भतीजे धर्मेंद्र यादव सांसद हैं. 2014 लोकसभा चुनाव में मोदी लहर में भी धर्मेंद्र यादव ने बदायूं लोकसभा सीट जीतकर सपा की झोली में डाली थी. वहीं 2019 लोकसभा चुनाव में धर्मेंद्र यादव एक बार फिर सपा-बसपा गठबंधन से मैदान में हैं.
धर्मेंद्र यादव का मुकाबला योगी सरकार में मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य की बेटी संघमित्रा मौर्या और कांग्रेस के सलीम शेरवानी से है. ज्ञात हो कि कांग्रेस प्रत्याशी सलीम शेरवानी ने 30 मार्च का अपना नामांकन दाखिल किया था, जबकि भाजपा प्रत्याशी संघमित्रा मौर्या ने दो अप्रैल को नामांकन दाखिल किया था.
वहीं बुधवार को धर्मेंद्र यादव ने जिला कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचकर नामांकन दाखिल किया. नामांकन दाखिल करते समय धर्मेंद्र यादव के चाचारामगोपाल यादव और सपा जिलाध्यक्ष आशीष यादव मौजूद रहे. नामांकन के समय सैकड़ों की तादाद में सपा समर्थक मौजूद रहे. धर्मेंद्र यादव 11:15 बजे पर कचहरी पहुंचे, जहां डीएम ने उनको शपथ दिलवाई. वहीं रामगोपाल यादव ने मीडिया से बातचीत में कहा कि बदायूं से धर्मेंद्र यादव की जीत होगी.
प्रियंका गांधी के राजनीति में आने वाले सवाल पर रामगोपाल यादव ने कहा कि प्रियंका गांधी के आने से गठबंधन पर कोई असर नहीं पड़ेगा, जो भी असर पड़ेगा वह बीजेपी पर पड़ेगा. वहीं धर्मेंद्र यादव ने ईटीवी भारत से खास बातचीत में कहा कि उनका मुकाबला किसी से नहीं, बल्कि बदायूं में जो विकास करेगा उससे उनका मुकाबला है, साथ ही उन्होंने कहा कि यूपी में बीजेपी का रास्ता गठबंधन रोकेगा और यूपी में पूरी सीट गठबंधन जीतेगा.