बदायूं: भ्रष्टाचार मुक्ति अभियान के तत्वावधान में पूर्व घोषित कार्यक्रमानुसार अभियान के सहयोगी सोमवार को तहसील परिसर में एकत्र हुए. इसके बाद तहसील में व्याप्त भ्रष्टाचार के विरुद्ध तहसील समन्यवयक असद अहमद और सह तहसील समन्वयक नारद सिंह के संयुक्त नेत्तृत्व में 12 सूत्रीय ज्ञापन उपजिलाधिकारी को सौंपा गया.
इस दौरान भ्रष्टाचार मुक्ति अभियान के सह जिला समन्वयक अखिलेश सिंह ने कहा-
- दातागंज तहसील को भ्रष्टाचार मुक्त तहसील बनाने का हमारा संकल्प है.
- तहसील क्षेत्र के हर ग्राम में लेखपाल और ग्राम पंचायत अधिकारी न होने से भ्रष्टाचार में वृद्धि हो रही है.
- ग्राम पंचायत समरेर और म्याऊ नगर पंचायत को नगर पंचायत बनाने की मांग उठाई गई है.
- साथ ही उसैहत को विकासखंड का दर्जा मिले इसकी भी मांग उठाई गई है.
भ्रष्टाचार मुक्ति अभियान के दातागंज तहसील समन्यवयक असद अहमद ने कहा-
- स्वास्थय विभाग तहसील दातागंज में भ्रष्टाचार चरम पर है.
- नागरिकों को मिलने वाली चिकित्सा सुविधाएं उन्हें प्राप्त नहीं हो रही है.
- सरकारी चिकित्सक स्वंय के अस्पताल चला रहे हैं या फिर निजी चिकित्सालयों में सेवाएं दें रहें हैं.
- निजी चिकित्सालयों को विभागीय अधिकारियों का खुला संरक्षण प्राप्त है.
सह तहसील समन्वयक नारद सिंह ने कहा-
- तहसील दातागंज में जनोपयोगी कानून निष्क्रिय हैं, सूचना के अधिकार को हतोत्साहित किया जा रहा है.
- जनहित गारंटी कानून का पालन नहीं हो रहा है, नागरिकों को सरकारी सेवाएं समय से नहीं मिल रही है.
- शिक्षण संस्थाओं व चिकित्सालयों के निकट मांस मछली अन्य मादक पदार्थों का खुलेआम विक्रय हो रहा है.
- निजी विद्यालयों में मनमानी फीस व अन्य अनावश्यक गतिविधियों के नाम पर अभिभावकों का शोषण हो रहा है.