बदायूं: जिले में इन दिनों जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए चुनावी सरगर्मियां चरम पर हैं. चुनाव की तिथियां घोषित होने के बाद दावेदारों में टिकट को लेकर होड़ मची हुई है. अभी तक बीजेपी की तरफ से जिला पंचायत अध्यक्ष पद के टिकट के तीन दावेदार थे, लेकिन अब बीजेपी की मेखला सिंह ने उपचुनावों में पुसगंवा सीट से जिला पंचायत सदस्य का चुनाव जीतकर अध्यक्ष पद के लिए अपनी दावेदारी ठोंक दी है. हालांकि पूर्व में चुनाव हारने की वजह से उनकी दावेदारी कमजोर मानी जा रही हैं. मेखला सिंह से पहले वर्षा यादव, पूनम यादव, और रेखा शाक्य ने अध्यक्ष पद के टिकट के लिए दावेदारी पेश की थी.
जिला पंचायत सदस्यों की कुल संख्या 51
बदायूं में जिला पंचायत सदस्यों की कुल संख्या 51 है. अध्यक्ष पद के चुनाव में जीत के लिए 26 सदस्यों की आवश्यकता है, लेकिन वर्तमान आंकड़ों के हिसाब से बीजेपी और समाजवादी पार्टी में से किसी के पास भी जीत के लिए पर्याप्त सदस्यों की संख्या नजर नही आ रही. ऐसे में निर्दलीय सदस्यों की भूमिका आगामी चुनाव में महत्वपूर्ण होगी.
नहीं खोले सपा ने अपने पत्ते
समाजवादी पार्टी ने भी जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए अपने प्रत्याशी के नाम की घोषणा अभी तक नहीं की है. हालांकि जिला पंचायत अध्यक्ष पद का चुनाव समाजवादी पार्टी हमेशा से पूरे दमखम के साथ लड़ती रही है, लेकिन वर्तमान आंकड़ों के हिसाब से इस बार सपा की दावेदारी भी कमजोरी मानी जा रही है. अनुमान यह लगाया जा रह है कि बीजेपी के प्रत्याशी घोषित करने के बाद ही समाजवादी पार्टी अध्यक्ष पद पर अपने पत्ते खोलेगी.
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अध्यक्ष पद के चुनाव में निर्दलियों की भूमिका होगी महत्वपूर्ण
जिला पंचायत अध्यक्ष पद के चुनाव में निर्दलीयों की भूमिका महत्वपूर्ण होगी. बीएसपी की तरफ से अध्यक्ष पद के लिए अभी तक कोई दावेदार सामने नहीं आया है. पूर्व विधायक सिनोद शाक्य की पत्नी सुनीता शाक्य निर्दलीय चुनाव जीती हैं. ऐसे में वह भी निर्दलीय और बसपा के सदस्यों के संपर्क में हैं, लेकिन सभी की निगाहें इस समय बीजेपी के टिकट पर हैं. उसके बाद ही अन्य पार्टियां अपने प्रत्याशी मैदान में उतारेगी. कुछ भी हो जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर कब्जा इस बार उसी का होगा, जिसके पक्ष में निर्दलीय सदस्य वोटिंग करेंगे.