आजमगढ़ : जिले में सीएम योगी के कार्यक्रम में एक महिला को जब मंच पर बुलाया गया तो उसने आवास की समस्या उठाते हुए अफसरों की पोल खोल दी. महिला ने अपने परिवार की परेशानियों का जिक्र करते हुए बताया कि अधिकारी उसे आवास के लायक ही नहीं समझते.
मंच से सुनाई अपनी व्यथा
निराश्रित महिला पेंशन योजना के तहत चयनित की गई जहानागंज विकास खंड क्षेत्र के सोनापुर गांव निवासी उर्मिला देवी ने मुख्यमंत्री के समक्ष स्टेज पर आकर अपनी बात रखी. कहा कि पति की सड़क दुर्घटना में मौत के बाद वह लाचार हो गई थी. घर की माली हालत ठीक नहीं थी. गृहस्थी चलाने और परिवार के भरण पोषण के लिए उसने स्वयं सहायता समूह का गठन वर्ष 2020 में किया. इसके बाद वर्ष 2021 में सामुदायिक शौचालय की देखरेख का काम मिला. इसके एवज में उसे छह हजार रुपये प्रति माह मिलने लगे. इसी से वह अपने बच्चों व सास की देखभाल करती है. उसे एक हजार रुपये पेंशन भी मिलती है, लेकिन अभी तक आवास नहीं मिला.
प्रधान से लेकर अधिकारियों तक लगाई गुहार
महिला का कहना है कि प्रधान से लेकर अधिकारियों तक को पत्र लिखा, लेकिन सुनवाई नहीं हुई. मुख्यमंत्री के सामने ही महिला बोली- अधिकारी कहते हैं कि तुम आवास के लायक नहीं हो. महिला की बात सुनकर अफसर कुर्सी छोड़कर खड़े हो गए. अपने संबोधन के बाद महिला मंच से उतर गई. आनन-फानन में मंच पर सांसद दिनेश लाल यादव निरहुआ को बुलाया गया. हालांकि महिला के हौसले की लोगों ने सराहना की. अब देखना है कि मुख्यमंत्री के सामने गुहार लगाने के बाद क्या निराश्रित महिला को आवास मिल पाता है या नहीं? मीडिया से महिला ने कहा कि मुख्यमंत्री के समक्ष उसने गुहार लगाई है. उम्मीद है कि आवास मिल जाएगा.
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