आजमगढ़: जनपद मुख्यालय से 40 किलोमीटर दूर स्थित गांव देवारा में लगभग दो हजार मतदाता हैं. लेकिन इस बार गांव के मतदाताओं ने वोट न देने का निर्णय लिया है. गांव के लोगों ने 'पुल नहीं तो वोट नहीं' के नाम पर मतदान का बहिष्कार किया है.
ग्रामीण इंद्रावती ने बताया
- इस गांव में बाढ़ आ जाने के कारण 3 महीने से न तो बच्चे स्कूल जा पाते रहे हैं और किसी को कोई बीमारी हो जाती है तो इलाज भी नहीं हो पाता है.
- इंद्रावती का कहना है कि कई बार इसकी शिकायत राजनेताओं से की गई लेकिन इस समस्या का अभी तक समाधान नहीं हुआ.
- इसलिए हम लोगों ने सड़क नाम पर मतदान का बहिष्कार किया है.
प्रकाश का कहना है कि 2007 से हम लोगों को यह राजनेता दिलासा देते आए हैं, लेकिन इस बार गांव के लोगों ने फैसला किया है कि पूल और सड़क नहीं तो वोट भी नहीं दिया जाएगा. इस गांव के मतदाताओं को वोट करने के लिए मनाने के लिए उप जिलाधिकारी जरूर पहुंचे लेकिन गांव वासियों ने उनकी बात मानने से इनकार कर दिया.
-प्रकाश, ग्रामीण, देवारा