आजमगढ़ः बाहुबली और पूर्व सांसद उमाकांत यादव की अपराध से अर्जित करोड़ों से अधिक की संपत्ति कुर्क की जाएगी. अभियुक्त उमाकान्त यादव दीदारगंज थाना क्षेत्र के सरांवा गांव के निवासी हैं. उमाकांत यादव पर अपराध जगत से अर्जित धन इकठ्ठा कर संपत्ति बनाने का आरोप है. डीएम विशाल भारद्वाज ने मंगलवार को मामले की सुनवाई के दौरान 1 करोड़, 1 लाख, 81 हजार 500 की संपत्ति को कुर्क करने का आदेश दिया है. उमाकांत के खिलाफ कुल 36 मामले दर्ज हैं.
उमाकांत यादव मछलीशहर से सांसद रह चुके उमाकांत गांधी आश्रम की भूमि पर कब्जा करने के मामले में प्रयागराज जेल में बंद हैं. पुलिस ने पुराने मामलों को संज्ञान में लेते हुए उमाकांत पर 2021 में गैंगस्टर लगाया था. डीएम विशाल भारद्वाज ने बताया कि उमाकांत यादव द्वारा अपराध से अर्जित 15 संपत्तियों को चिन्हित किया गया है. इन संपत्तियों को जल्द ही कुर्क कर लिया जाएगा. इन संपत्तियों में अधिकतर संपत्तियां फूलपुर विधानसभा क्षेत्र में हैं.
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मछली शहर से बीएसपी सांसद रह चुके बाहुबली उमाकांत यादव यूपी के पहले बाहुबली सांसद हैं, जिन पर सुप्रीम कोर्ट ने मुहर लगाई है. उमाकांत यादव के भाई बाहुबली रमाकांत यादव बीजेपी से सांसद रह चुके हैं. वह 2014 के लोकसभा चुनाव में मुलायम सिंह यादव के खिलाफ चुनाव लड़ा था और वर्तमान में आजमगढ़ की फूलपुर विधानसभा से विधायक हैं. उमाकांत यादव को सांसद रहने के दौरान ही मायावती ने अपनी सरकार में जमीन पर कब्जा करने के आरोप में अपने घर के पास से गिरफ्तार कराया था.
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