आजमगढ़ः वन डिस्टिक वन प्रोडक्ट के तहत जनपद की ब्लैक पॉटरी वैसे तो पूरी दुनिया में मशहूर है. यहां पर काली मिट्टी से बनने वाले उत्पादों की मांग पूरी दुनिया में रहती है. यही कारण है कि जनपद का निजामाबाद मिट्टी के कार्यों के लिए जाना जाता है. ऐसे में सरकार ने भी इन उत्पादों को बनाने वाले कुम्हारों की सुध लेते हुए, इन पर अपना ध्यान केंद्रित किया है.
ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए जिला ग्रामोद्योग अधिकारी राजेंद्र प्रसाद चौधरी ने बताया कि माटी कला बोर्ड ने आजमगढ़ जनपद के निजामाबाद में ब्लैक पॉटरी का काम करने वाले कारीगरों के लिए इलेक्ट्रिक चाक व डाई वितरित करने का निर्देश दिया है. इसका मुख्य मकसद यह है कि यहां पर काली मिट्टी से बनने वाले उत्पादों को और आसानी से तथा जल्दी से बनाया जा सके. जिससे यह कारीगर इन वस्तुओं से अधिक से अधिक मुनाफा कमा सकें.
जिला ग्रामोद्योग अधिकारी ने कहा कि इसके साथ ही इलेक्ट्रिक चाक को हाथ से नहीं चलाना पड़ेगा. जिससे इन कारीगरों को और अधिक फायदा होगा. इसका मुख्य मकसद यह है कि दीपावली के त्योहार पर यहां के कारीगर इस डाई के सहारे गणेश और लक्ष्मी की मूर्तियां बनाकर बाजारों में बेच सकें. जिससे वह अधिक से अधिक मुनाफा कमा सकें.
बताते चलें कि आजमगढ़ जनपद के निजामाबाद की ब्लैक पोटरी की वैसे तो पूरी दुनिया में मशहूर है. यहां पर बनने वाले उत्पादों की मांग दूर-दूर तक रहती है. ऐसे में निश्चित रूप से जिस तरह से सरकार इन काली मिट्टी का काम करने वाले कारीगरों के साथ खड़ी है. इसका फायदा इन कारीगरों को जरूर मिलेगा.