आजमगढ़ः प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के अंतर्गत जनपद में कुल 7,51,159 किसानों ने पंजीकरण कराया है. जिसमें से 7,14,972 किसान पात्रता की श्रेणी में आते हैं, जिन्हें इस योजना का लाभ मिल रहा है. वहीं भारी संख्या में ऐसे भी किसान हैं, जिन्होंने जाली दस्तावेजों का सहारा लेकर पंजीकरण करा लिया है. ऐसे सभी किसानों को किसान सम्मान निधि से वंचित किया गया है, क्योंकि ऐसे किसानों के दस्तावेज वेरिफाई नहीं हो पा रहे हैं.
सबसे अधिक आजमगढ़ में किसानों को मिल रहा लाभ
मीडिया से बातचीत करते हुए डीएम राजेश कुमार ने बताया कि प्रदेश में सबसे अधिक आजमगढ़ जिले में 6,32,004 किसानों को नियमित रूप से प्रधानमंत्री किसान सम्मान योजना का लाभ मिल रहा है. विकासखंड की संख्या के अनुसार पूरे प्रदेश में आजमगढ़ जनपद सबसे बड़ा है, लेकिन कृषक परिवारों की संख्या के आधार पर आजमगढ़ से अधिक किसान जौनपुर, हरदोई, सीतापुर और लखीमपुर खीरी में है.
पंजीकरण संशोधित कराने की अपील
डीएम ने बताया कि योजना के प्रारंभ होने के समय से ही कृषि विभाग द्वारा किसानों को इस योजना का लाभ दिया जा रहा है. जिलाधिकारी ने बताया कि इस योजना का लाभ पाने से केवल वही किसान वंचित हैं, जिनके अभिलेखों में कमियां हैं या जिन्होंने डुप्लीकेट पंजीकरण करा रखा है. डीएम ने कहा कि कई बार इस बात की सूचना देने के बावजूद डुप्लीकेट पंजीकरण वाले किसानों ने अपना पंजीकरण सही नहीं कराया.
पात्र किसानों को मिलेगा लाभ
जिलाधिकारी ने बताया कि जिन कृषकों के आधार पर संशोधन के लिए डाटा अवशेष हैं और पात्रता की श्रेणी में आते हैं. वह आधार संशोधन कराने के लिए कृषि विभाग जाकर अपना संशोधन करा लें. उन्हें इस योजना का लाभ मिल सकेगा.
बताते चलें कि आजमगढ़ जनपद में प्रधानमंत्री किसान सम्मान योजना का किसानों को लाभ दिलाने के लिए जिला प्रशासन लगा हुआ है. ऐसे में बड़ी संख्या में किसानों को इस योजना का लाभ भी दिलाया जा रहा है, लेकिन जनपद में कई ऐसे किसान हैं जो डुप्लीकेट आधार लगाए हुए हैं, जो सत्यापित नहीं हो पाए और इन्हीं आधार पर ऐसे किसानों का पंजीकरण भी रद्द किया गया है.