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झाड़-फूंक के नाम पर कराया जा रहा था धर्मांतरण, पुलिस ने मुस्लिम धर्मगुरू समेत 18 लोगों को किया गिरफ्तार - religious conversion in azamgarh

आजमगढ़ जिले में बीमारी ठीक करने व अन्य लालच देकर धर्मांतरण कराया जा रहा था. मौके पर पहुंची पुलिस ने धर्मांतरण करा रहे धर्मगुरू समेत 18 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. पकड़े गए आरोपियों में 16 पुरुष और दो महिलाएं शामिल हैं. वहीं, कई आरोपी फरार भी हो गए हैं.

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Published : May 25, 2023, 5:18 PM IST

आजमगढ़: जिले के देवगांव थाना क्षेत्र के चिरकिहिट गांव में धर्मांतरण का मामला सामने आया है. इस गांव में बुधवार देर रात त्रिशूल गाड़कर मुस्लिम और धर्मगुरुओं की फोटो लगाकर हिंदू समाज के लोगों को मुस्लिम धर्म अपनाने के लिए बरगलाया जा रहा था. इसके लिए बकायदा तैयारियां भी की गईं थी. इस पूरे कार्यक्रम को सांस्कृतिक कार्यक्रम का लुक देने के लिए कव्वाली का भी आयोजन किया गया. कव्वाली को करने के लिए बलरामपुर के गायक फरीद अहमद को बुलाया गया था. कार्यक्रम के बहाने उपस्थित जनता को हिंदू धर्म की कमियां बताकर मुस्लिम धर्म को अच्छा बताया जा रहा था और लोगों को मुस्लिम धर्म अपनाने के लिए बरगलाया जा रहा था. मौके पर पहुंची पुलिस ने 18 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. इन आरोपियों में 16 पुरुष और दो महिलाएं हैं.

घर के अंदर मजार बनाकर कराया जा रहा था धर्मांतरण
पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य ने बताया कि बुधवार देर रात मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने दबिश देकर कुल 18 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है. चिरकिहिट गांव निवासी अवधेश पासी के घर धर्म परिवर्तन कराने के उद्देश्य से इकठ्ठे हुए थे. इस गिरोह का सरगना सिकंदर पुत्र सज्जाद आजमगढ़ के बरदह थाना क्षेत्र के मैनपुर गांव निवासी है. इसके द्वारा अवधेश पासी के घर पर मजार स्थापित कर धार्मिक चिन्ह लगाकर तकरीर की जा रही थी. बीमारी ठीक करने और अन्य लालच देकर धर्मांतरण की कोशिश हो रही थी. गिरफ्तार किए गए आरोपी आजमगढ़, मऊ, गोंडा, बलरामपुर जिलों के रहने वाले हैं. पकड़े गए आरोपी धर्मांतरण कराने के साथ लोगों को पैसे की भी लालच दे रहे थे. हालांकि पुलिस की छापेमारी की सूचना मिलते ही कई आरोपी फरार हो गए हैं.

कार्यक्रम करके लोगों के बदलता था विचार
पुलिस पूछताछ में अवधेश पासी ने बताया कि वह पिछले चार-पांच साल से बाराबंकी के देवा शरीफ जाता रहा है, जहां उसकी मुलाकात सिकंदर से हुई. सिकंदर वहां झाड़-फूंक का काम करता है और बीमारी ठीक करने का दावा करता है. सिकंदर अपने साथ गांव वालों की टीम लेकर चलता है, जो पांच 6 घंटे तक लगातार कार्यक्रम करके लोगों के विचार बदलने में सिकंदर की सहायता करती थी. पुलिस अधीक्षक ने बताया कि इस मामले में विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर 18 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. इनके पास से तीन धार्मिक चिन्ह, त्रिशूल, बुर्के, कव्वाली संबंधित सामान, आर्टिका गाड़ी, बुलेट और टेंपो आदि बरामद किया गया है. मामले की जांच के लिए सीओ लालगंज के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया है. आरोपियों से एलआईयू और अन्य एजेंसियां भी पूछताछ कर रही है.

धर्मांतरण के पीछे कहीं कोई साजिश तो नहीं
आजमगढ़ में आए दिन हो रही धर्मांतरण की घटनाओं को लेकर बजरंग दल के गोरक्ष प्रांत के सह संयोजक गौरव सिंह रघुवंशी का कहना है कि पहले ईसाई मशीनरी द्वारा हिंदू धर्म के गरीब और भोले-भाले लोगों को गुमराह किया जा रहा था. अब मुस्लिम समाज के लोग भी धर्मांतरण करा रहे हैं, जो निश्चित रूप से चिंता का विषय है. उन्होंने पुलिस प्रशासन से मांग किया कि इसकी गंभीर जांच कराएं कि कहीं धर्मांतरण के पीछे कोई अंतरराष्ट्रीय साजिश तो नहीं है.

पढ़ेंः यूपी में धर्मांतरण के मामलों में इजाफा, पिछले दो साल में 833 आरोपी गिरफ्तार

आजमगढ़: जिले के देवगांव थाना क्षेत्र के चिरकिहिट गांव में धर्मांतरण का मामला सामने आया है. इस गांव में बुधवार देर रात त्रिशूल गाड़कर मुस्लिम और धर्मगुरुओं की फोटो लगाकर हिंदू समाज के लोगों को मुस्लिम धर्म अपनाने के लिए बरगलाया जा रहा था. इसके लिए बकायदा तैयारियां भी की गईं थी. इस पूरे कार्यक्रम को सांस्कृतिक कार्यक्रम का लुक देने के लिए कव्वाली का भी आयोजन किया गया. कव्वाली को करने के लिए बलरामपुर के गायक फरीद अहमद को बुलाया गया था. कार्यक्रम के बहाने उपस्थित जनता को हिंदू धर्म की कमियां बताकर मुस्लिम धर्म को अच्छा बताया जा रहा था और लोगों को मुस्लिम धर्म अपनाने के लिए बरगलाया जा रहा था. मौके पर पहुंची पुलिस ने 18 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. इन आरोपियों में 16 पुरुष और दो महिलाएं हैं.

घर के अंदर मजार बनाकर कराया जा रहा था धर्मांतरण
पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य ने बताया कि बुधवार देर रात मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने दबिश देकर कुल 18 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है. चिरकिहिट गांव निवासी अवधेश पासी के घर धर्म परिवर्तन कराने के उद्देश्य से इकठ्ठे हुए थे. इस गिरोह का सरगना सिकंदर पुत्र सज्जाद आजमगढ़ के बरदह थाना क्षेत्र के मैनपुर गांव निवासी है. इसके द्वारा अवधेश पासी के घर पर मजार स्थापित कर धार्मिक चिन्ह लगाकर तकरीर की जा रही थी. बीमारी ठीक करने और अन्य लालच देकर धर्मांतरण की कोशिश हो रही थी. गिरफ्तार किए गए आरोपी आजमगढ़, मऊ, गोंडा, बलरामपुर जिलों के रहने वाले हैं. पकड़े गए आरोपी धर्मांतरण कराने के साथ लोगों को पैसे की भी लालच दे रहे थे. हालांकि पुलिस की छापेमारी की सूचना मिलते ही कई आरोपी फरार हो गए हैं.

कार्यक्रम करके लोगों के बदलता था विचार
पुलिस पूछताछ में अवधेश पासी ने बताया कि वह पिछले चार-पांच साल से बाराबंकी के देवा शरीफ जाता रहा है, जहां उसकी मुलाकात सिकंदर से हुई. सिकंदर वहां झाड़-फूंक का काम करता है और बीमारी ठीक करने का दावा करता है. सिकंदर अपने साथ गांव वालों की टीम लेकर चलता है, जो पांच 6 घंटे तक लगातार कार्यक्रम करके लोगों के विचार बदलने में सिकंदर की सहायता करती थी. पुलिस अधीक्षक ने बताया कि इस मामले में विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर 18 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. इनके पास से तीन धार्मिक चिन्ह, त्रिशूल, बुर्के, कव्वाली संबंधित सामान, आर्टिका गाड़ी, बुलेट और टेंपो आदि बरामद किया गया है. मामले की जांच के लिए सीओ लालगंज के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया है. आरोपियों से एलआईयू और अन्य एजेंसियां भी पूछताछ कर रही है.

धर्मांतरण के पीछे कहीं कोई साजिश तो नहीं
आजमगढ़ में आए दिन हो रही धर्मांतरण की घटनाओं को लेकर बजरंग दल के गोरक्ष प्रांत के सह संयोजक गौरव सिंह रघुवंशी का कहना है कि पहले ईसाई मशीनरी द्वारा हिंदू धर्म के गरीब और भोले-भाले लोगों को गुमराह किया जा रहा था. अब मुस्लिम समाज के लोग भी धर्मांतरण करा रहे हैं, जो निश्चित रूप से चिंता का विषय है. उन्होंने पुलिस प्रशासन से मांग किया कि इसकी गंभीर जांच कराएं कि कहीं धर्मांतरण के पीछे कोई अंतरराष्ट्रीय साजिश तो नहीं है.

पढ़ेंः यूपी में धर्मांतरण के मामलों में इजाफा, पिछले दो साल में 833 आरोपी गिरफ्तार

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