ETV Bharat / state

छठ महापर्व पर घाटों पर उमड़ा जनसैलाब, महिलाओं ने डूबते सूर्य को अर्ध्य देकर मांगी मन की मुराद

उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ में विगत तीन दशक से छठ का त्योहार मनाया जा रहा है. यहां तमसा नदी के किनारे छठ माता की पूजा करने के लिए भक्तों का जनसैलाब उमड़ा.

छठ महापर्व पर घाटों पर उमड़ा जनसैलाब.
author img

By

Published : Nov 2, 2019, 10:14 PM IST

Updated : Nov 2, 2019, 11:20 PM IST

आजमगढ़: जिले में छठ महापर्व धूमधाम के साथ मनाया जा रहा है. इस छठ महापर्व के लिए तमसा नदी के किनारे बने लगभग दो दर्जन से अधिक घाटों पर छठ माता की पूजा करने के लिए घाटों पर भक्तों का जनसैलाब उमड़ा.

छठ महापर्व पर घाटों पर उमड़ा जनसैलाब.

तीन दशक से मनाया जाता है छठ महापर्व
जिले में विगत तीन दशक से छठ का त्योहार मनाया जा रहा है और विगत एक दशक से इस छठ महापर्व का व्यापक रूप देखने को मिल रहा है. यही कारण है कि बड़ी संख्या में महिलाएं तमसा नदी के किनारे और गांव में तालाब पोखरों के किनारे डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य देकर भगवान भास्कर से अपने मन की मुराद मांगती हैं. भगवान सूर्य और छठी मैया इन भक्तों की मनोकामना पूरी भी करती हैं.

इसे भी पढ़ें:- जौनपुर: छठ पूजा आते ही फलों के दाम पहुंचे आसमान पर

पति और बच्चों के सुख सलामती के लिए रखा जाता है छठ माता का व्रत
पांच वर्षों से छठ माता का व्रत रख रही व्रती सुनीता सिंह का कहना है कि 2015 से छठ व्रत की शुरुआत की थी और तब से लगातार व्रत रख रही हूं. सुनीता सिंह ने बताया कि हम लोग यह व्रत भगवान सूर्य से अपने पति, बच्चों और परिवार के सुख सलामती और मंगल कामना के लिए रखते हैं. तमसा नदी के दलाल घाट, गौरी शंकर घाट, कदम घाट, गोलाघाट सहित दो दर्जन से अधिक घाटों पर बड़ी संख्या में महिलाओं ने डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य दिया.

आजमगढ़: जिले में छठ महापर्व धूमधाम के साथ मनाया जा रहा है. इस छठ महापर्व के लिए तमसा नदी के किनारे बने लगभग दो दर्जन से अधिक घाटों पर छठ माता की पूजा करने के लिए घाटों पर भक्तों का जनसैलाब उमड़ा.

छठ महापर्व पर घाटों पर उमड़ा जनसैलाब.

तीन दशक से मनाया जाता है छठ महापर्व
जिले में विगत तीन दशक से छठ का त्योहार मनाया जा रहा है और विगत एक दशक से इस छठ महापर्व का व्यापक रूप देखने को मिल रहा है. यही कारण है कि बड़ी संख्या में महिलाएं तमसा नदी के किनारे और गांव में तालाब पोखरों के किनारे डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य देकर भगवान भास्कर से अपने मन की मुराद मांगती हैं. भगवान सूर्य और छठी मैया इन भक्तों की मनोकामना पूरी भी करती हैं.

इसे भी पढ़ें:- जौनपुर: छठ पूजा आते ही फलों के दाम पहुंचे आसमान पर

पति और बच्चों के सुख सलामती के लिए रखा जाता है छठ माता का व्रत
पांच वर्षों से छठ माता का व्रत रख रही व्रती सुनीता सिंह का कहना है कि 2015 से छठ व्रत की शुरुआत की थी और तब से लगातार व्रत रख रही हूं. सुनीता सिंह ने बताया कि हम लोग यह व्रत भगवान सूर्य से अपने पति, बच्चों और परिवार के सुख सलामती और मंगल कामना के लिए रखते हैं. तमसा नदी के दलाल घाट, गौरी शंकर घाट, कदम घाट, गोलाघाट सहित दो दर्जन से अधिक घाटों पर बड़ी संख्या में महिलाओं ने डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य दिया.

Intro:anchor: आजमगढ़। आजमगढ़ जनपद में छक्का महापर्व धूमधाम के साथ मनाया जा रहा है इस छठ महापर्व के लिए तमसा नदी के किनारे बने लगभग 2 दर्जन से अधिक घाटों पर छठ माता की पूजा करने के लिए घाटों पर भक्तों का जनसैलाब उमड़ पड़ा है।


Body:वीओ: 1 ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए विगत 5 वर्षों से छठ माता का व्रत रख रही व्रती सुनीता सिंह का कहना है कि 2015 से छठ व्रत की शुरुआत किया था और तब से लगातार या व्रत रख रही हूं। सुनीता सिंह का कहना है कि हम लोग यह व्रत भगवान सूर्य से अपने पति वह बच्चों के सुख सलामती व मंगल कामना के लिए व्रत रखते हैं। तमसा नदी के दलाल घाट गौरी शंकर घाट कदम घाट गोलाघाट सहित दो दर्जन से अधिक घाटों पर बड़ी संख्या में महिलाओं ने डूबते हुए सूर्य को अर्ध्य दिया और अपने परिजनों की मंगल कामना करने के साथ अपने मन की मुराद सूर्य भगवान से मांगी। महिलाओं का कहना है कि भगवान सूर्य हम लोगों की हर मुराद को पूरी करते हैं और यही कारण है कि छठ पर्व पर व्रत रखने वाली महिलाओं की संख्या लगातार बढ़ रही है ।


Conclusion:बाइट: सुनीता सिंह व्रती
अजय कुमार मिश्र आजमगढ़ 9453766900

बताते चलें कि आजमगढ़ जनपद में विगत तीन दशक से छठ का त्यौहार मनाया जा रहा है पर विगत एक दशक से इस छठ महापर्व का व्यापक रूप देखने को मिल रहा है और यही कारण है कि बड़ी संख्या में महिलाएं तमसा नदी के किनारे वह गांव में तालाब पोखर ओके किनारे डूबते हुए सूर्य को अर्ध्य देकर भगवान भास्कर से अपने मन की मुराद मांगती हैं और भगवान सूर्य और छठी मैय्या इन भक्तों की मनोकामना पूरी भी करती हैं।
Last Updated : Nov 2, 2019, 11:20 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.